गर्मी ने दिखाए तेवर, दिखे देशी फ्रिज
खलघाट/धार (मुकेश जाधव) - ठंड की धीरे धीरे विदाई होते ही दोपहर में सूर्य का तापमान दिनों दिन चढ़ता जा रहा है जिसके कारण अब लोगो को गर्मी का अहसास होने लगा है परन्तु रात्रि में अभी भी ठंड का आगोश रहता है परन्तु गर्मी से राहत के लिए कुम्हार अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए मिट्टी के बर्तनों की दुकानों सजने लगी है। जिसमे खास कर टोंडी वाली सुराही प्याले गुल्लक गमले राँझन मटका आदि बाजरो में बिक्री हेतु दुकाने सजी है पचास रुपये से लेकर 150, 175, 200, 300, 450, व 500 रु तक के मिट्टी के बर्तन बाजारो में बिक्री के लिए देखे गए है। मार्च के पहले सप्ताह फागुन का आगमन होते ही होलिका के दिन प्रारंभ हो जाते है वही इन दिनों में आदिवासीयो का भगोरिया पर्व प्रारंभ हो जाता है। यह पर्व गर्मी के दिनों में ही आता है और इन दिनों मिट्टी के बर्तनों की दुकाने एक से एक सजी रहती है क्योकि गर्मी का पारा दिनों दिन अब बढ़ता रहेगा खासकर इन मिट्टी के बर्तनों के पानी से ही गले की प्यास बुझती है और वही यह बर्तन बाजारों में वाजिद दाम पर उपलब्ध रहते है। वही गर्मी के दिनों में खासकर राँझन जो कि देशी फ्रिज के नाम से प्रसिद्ध है। मिली जानकारी में बताया की प्रतिवर्ष मिट्टी के बर्तन बनाये जाते है जो कि पिछले वर्ष कोरोना काल होने के कारण बर्तनों का व्यापार कम हुआ था जिससे काफी नुकसान भी था अब उम्मीद है कि बर्तनों की खरीदारी हेतु दूर दराज से ख़रीदी के लिए व्यापार की भी उम्मीद है।