कलयुग में मनुष्य को करनी का फल तत्काल ही भोगना पड़ता है - देवी संध्या जी
मेहगांव के ग्राम सिमार में श्रीमद भागवत सप्ताह का दूषरा दिन देवी संध्या जी ने मुखार विन्द से बताया कलयुग में मनुष्य को करनी का फल तत्काल ही भोगना पड़ता है
भिंड (मधुर कटारे) - ग्राम सिमार में चल रही सात दिवशीय संगीतमय श्री मद भागवत कथा में भक्तों ने भजनों में मस्त होकर लगाई डुबकियां महिलाओ ने भजनों को दोहराया आचार्य कथा ब्याश देवी संध्या जी ने ब्याश गद्दी से भजनों की अमृत मय वाणी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, गोपाल मेरो है घनश्याम मेरो है ।मेरा बांके विहारी नंद लाल मेरो है ।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी है नाथ नारायण बासु देबा ।
देवी संध्या जी ने ब्याश गद्दी से बताया ।कलयुग में पाप करने बाले हर प्राणी को अपने पाप की करनी का फल यही भोगना पड़ेगा यह बात भगवान कृष्ण ने भगवत गीता में कहा है । एक बार एक कुम्हार अपने घर पर काम की इच्छा के लिए गधा लेकर आया जब गाव के अन्य लोगो को उस गधे के बारे में पता चला तो गाँव के अन्य लोग भी काम के लिए उस कुम्हार के घर गधा मांगने आने लगे कुम्हार ने गाँव बालो की डिमांड देखी तो सोचने लगा अगर में ऐसे ही गधा हर गाँव बाले को देने लगा तो मुझसे काम कोन कराएगा ओर मेरा गधा भी बीमार पड़कर मर जायेगा तभी एक गाँव ने आकर कुम्हार के घर पर दस्तक दी और पूछा यार भाई काफी थक गया हूं ।बजन थोड़ा ज्यादा है क्या तुम अपना गधा मुझे थोड़ी देर के लिये दोगे ।कुम्हार ने उसकी बात सुनकर कहा भाई अभी मेरा गधा घर पर नही है ।कोई और उसे मांगकर ले गया है । गाँव बाले ने कहा तो ठीक है में इंतजार कर लेता हूं । इतने में गधे ने ढेंचू ढेंचू की आवाज लगा दी ।गाँव बाला बोला भाई तुम्हारा गधा तो घर मे ही है ।अभी अभी उसने मुझे आवाज लगा कर बताया कुम्हार बोला भाई गधा घर पर नही है ।इसी बात पर दोनों में झग़डा होने लगा गाँव के बीच जमघट लग गया सभी को बात दोहराकर गाँव बाले ब्यक्ति ने बताई सारी बातों को सुनकर कुम्हार बोला सभी को गधे की बात सही लगी है ।जब कि में सच कह रहा हूं ।गधा घर पर नही है ।मुझ पर यकीन क्यो नही आ रहा तभी गधा फिर से बोल पड़ा और उसकी झूठ बोलने बाली बात सारे गाँव के सामने आ गई ।
ठीक इसी प्रकार मनुष्य कितना भी पाप कर ले लेकिन उसको उसके पापो की करनी का फल भोगना पड़ेगा ।
ग्राम सिमार में सब धर्म एक समान के रूप में बाबा मुलनदास 1008 हनुमान मंदिर पर सभी समाज के लोगो को भागवत कथा सुनने का अवशर प्राप्त हो रहा है ।शाम को सभी लोग बाबा के दरबार मे भंडारा भी प्रत्येक दिन जारी रखा जाता है ।हिन्दू मुस्लिम एकता को प्रदर्शित करती श्रीमद भागवत कथा इस कथा में मुस्लिम समाज के काफी परिवार भी होते है शामिल रहे।