फ़ेसबुक पर आदिवासी समाज को गालियां देने वाले पंकज शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर सोपा आवेदन
आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - विगत दिनों गुजरात राज्य के मोरबी में हुए थांदला निवासी मासूम आदिवासी बालिका के बलात्कार के बाद देशभर के आदिवासियों ने आक्रोश जाहिर किया। सोशल मीडिया में भी खुलकर लोगो ने गुजरात मे हुई इस करतूत पर प्रतिक्रिया दी। वही झाबुआ के राणापुर तहसील निवासी पंकज शर्मा द्वारा फ़ेसबुक पर बहुत ही अपमानजनक, अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए आदिवासी समाज को गाली लिखी, जिस पर आदिवासी समाज मे जबरदस्त आक्रोश है। इस मामले को लेकर अलीराजपुर पुलिस थाने पर मंगलवार देर शाम को आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता एकत्रित हुए और थाना प्रभारी दिनेशचन्द्र सोलंकी को आवेदन देकर तत्काल एट्रोसिटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करवाने की मांग पर अड़े। काफी देर हंगामे के बाद एसडीओपी धीरज बब्बर ओर प्रभारी थाना प्रभारी सोलंकी द्वारा कार्यवाही का आश्वासन देने के बातचीत के बाद आदिवासी समाजजन ने आवेदन सोपा। इस दोरान समाजजनों ने कहा कि आदिवासी समाज के लोग आवेदन लेकर जाते है तो उनके आवेदन पर जांच होती है, जबकि गेर आदिवासी के आवेदन पर कोई जांच नहीं होती। इसके पूर्व घटना रामेश्वर परिहार वाले घटनाक्रम की बात करते हुए आदिवासी समाज के युवाओ ने आरोप लगाया कि तब आपने बिना देखे,सोचे समझे चार कर्मचारियों के खिलाफ अपहरण की धारा लगाकर उनका भविष्य बर्बाद करने की कोशिश की थी। अपराधियों को ऐसे गम्भीर अपराध में आप बेल दिलवाते हो और आदिवासी समाज के लोगो को सड़ने के लिए जेल छोड़ देते हो। अगर हमारी सुनवाई नहीं हुई तो समाज के युवाजन उग्र होकर आंदोलन को मजबूर होंगे। इस अवसर पर सुरेश सेमलिया, विक्रम कनेश, राजेन्द्र सोलंकी, सालम सोलंकी, केरम जमरा, नितेश अलावा, जितेन्द्र चौहान, अजय किराड़, दीपक जमरा, सरदार तोमर, रवी रावत, रितु लोहार, बंटी मण्डलोई,संजय भूरिया, रोहित पड़ियार,सुरेश भयडिया, केशरसिंह चौहान सहित काफी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।