आयुष मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने ली आयुष चिकित्सकों की बैठक | Ayush mantri ramkishor nano oavre ne li ayush chikitsako ki bethak

आयुष मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने ली आयुष चिकित्सकों की बैठक 

आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाने आयुर्वेद दूत बनें आयुष चिकित्सक

आयुष मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने ली आयुष चिकित्सकों की बैठक

बालाघाट (देवेंद्र खरे) - मध्यप्रदेश शासन के राज्य मंत्री आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं जल संसाधन विभाग श्री रामकिशोर “नानो’’ कावरे ने आज 08 फरवरी को जिला आयुष कार्यालय बालाघाट में जिले के आयुष चिकित्सकों एवं कंपाउंडरों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की समीक्षा की और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्री देवीचरण पारधी, जिला आयुष अधिकारी डॉ शिवराम साकेत एवं सभी आयुष चिकित्सक उपस्थित थे। 

आयुष मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने ली आयुष चिकित्सकों की बैठक

मंत्री श्री कावरे ने बैठक में आयुष विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान आयुष चिकित्सकों से कहा कि वे आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को जन-जन में लोकप्रिय एवं विश्वसनीय बनाने के लिए कार्य करें। इसमें नवाचार करने की भी जरूरत है। आयुष चिकित्सक अपने दायित्वों का ईमानदारी, जिम्मेदारी एवं शिष्टाचार के साथ निर्वहन करें और आम जन के लिए आयुर्वेद के दूत बनकर कार्य करें। आयुष अपना कार्य इस तरह से करें कि समाज में उनकी नई पहचान बने और लोग उन्हें आयुर्वेद के नाम से ही पहचानें। 

मंत्री श्री कावरे ने कहा कि हमारा काम ही सेवा करना है। कलयुग में डाक्टर ही ईश्वर का रूप है, अत: सभी आयुष चिकित्सक आम जन एवं मरीजों के प्रति अपना व्यवहार अच्छा रखें। स्थानीय जनपतिनिधियों से सम्पर्क बनायें रखें। जिले में जितने भी वेलनेस सेंटर एवं आयुष ग्राम बनाये गये हैं, उनकी अवधारणा को साकार करना आयुष चिकित्सकों का काम है। स्वस्थ्य व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना ही वेलनेस सेंटर का लक्ष्य है। इसके लिए योग, प्राणायाम, आहार-विहार एवं औषधीय पौधों के प्रति आम जन में जागरूकता लाने का काम आयुष चिकित्सकों को करना है।

“वैद्य आपके (मरीज के) द्वार’’ योजना होगी प्रारंभ

मंत्री श्री कावरे ने बैठक में आयुष चिकित्सकों से कहा कि आयुष विभाग के शासकीय सेवकों के समयमान वेतन, परीविक्षा अवधि एवं अन्य समस्याओं का उनके द्वारा निराकरण कराया जा रहा है। जहां जरूरत होगी वहां पर सख्त निर्णय लिये जायेंगें। इस दौरान उन्होंने बताया कि आयुष विभाग “वैद्य आपके (मरीज के) द्वार’’ योजना पर तजी से काम कर रहा है। बहुत जल्दी यह योजना आयुष चिकित्सकों के लिए लागू की जायेगी और मरीजों को आयुर्वेद पद्धति से उपचार की घर पहुंच सेवा प्रदान की जायेगी।

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