सर पिताजी नहीं रहे, जीवन यापन के लिए दीजिए सहारा, कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची युवती की गुहार, 100 आवेदन आए | Sir pitaji nhi rhe jivan yapan ke liye dijiye sahara

सर पिताजी नहीं रहे, जीवन यापन के लिए दीजिए सहारा, कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची युवती की गुहार, 100 आवेदन आए

फरियादी आखिर जाएं तो जाएं कहां 

सर पिताजी नहीं रहे, जीवन यापन के लिए दीजिए सहारा, कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची युवती की गुहार, 100 आवेदन आए

जबलपुर (संतोष जैन) - सर पिताजी प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे ब्रेन हेमरेज से उनकी मृत्यु हो गई प्राइवेट नौकरी होने के कारण ना कोई फंड मिला ना आर्थिक सहायता हमारे सामने जीवन यापन का संकट आ गया है मेरी छोटी बहन और भाई है उनकी पढ़ाई भी बाधित हो रही है मेरी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी बंद हो गई है इसलिए मुझे नौकरी दिलवा दे कछियाना निवासी पलक जैन ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई में दिए आवेदन में यह मार्मिक गुहार लगाई जनसुनवाई मे सौ आवेदन आए।

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