राजमाता जीजाबाई ने बहादुरी से छत्रपति शिवाजी महाराज की परवरिश की: श्री पाटिल | Rajmata jijabai ne bahaduri se chhatrapati shivaji maharaj ki parvarish ki

राजमाता जीजाबाई ने बहादुरी से छत्रपति शिवाजी महाराज की परवरिश की: श्री पाटिल

राजमाता जीजाबाई ने बहादुरी से छत्रपति शिवाजी महाराज की परवरिश की: श्री पाटिल

बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - आज जिलेभर में जगह-जगह राजमाता जीजाबाई जी की जयंती मनाई गई। शिकारपुरा थाने के सामने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ज्ञानेश्वर पाटिल, भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गजेन्द्र पाटिल ने जीजा माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। श्री पाटिल में बताया जीजाबाई शाहजी भोसले को उनकी बहादुरी के लिए जाना जाता है, उन्होंने बहुत ही बहादुरी से छत्रपति शिवाजी महाराज की परवरिश की। प्यार से उन्हें राजमाता, जीजाऊ या जीजाबाई कहा जाता है, उनकी जयंती हर साल राजमाता जीजाऊ जयंती के रूप में मनाई जाती है। राजमाता जीजाबाई का जन्म 12 जनवरी, 1598 को हुआ था और यही कारण है कि राजमाता जीजाबाई जयंती हर साल इस दिन मनाई जाती है। मराठा साम्राज्य की संस्थापक, राजमाता जीजाबाई ने शिवाजी महाराज की परवरिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, राजमाता जीजाऊ जयंती का उत्सव महाराष्ट्र में विशेष रूप से औरंगाबाद, पुणे आदि शहरों में विशेष रूप से लोकप्रिय है।

राजमाता जीजाबाई ने बहादुरी से छत्रपति शिवाजी महाराज की परवरिश की: श्री पाटिल

जीजामाता का जन्म सिन्धखेड़ राजा गांव में महालसाबाई जाधव और लखूजी जाधव के घर में हुआ था। जीजाबाई का विवाह कम उम्र में शाहजी भोंसले से हुआ था। उन्होंने शिवाजी महाराज को स्वराज्य के बारे में सब कुछ सिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें एक साहसी और सक्षम योद्धा बनाया। इस दौरान डॉ दीपक वाभले, मण्डल अध्यक्ष सन्दीप मुंशी, सुनिल नेरकर, देवेन्द्र मराठा, गणेश महाजन, कमलेश भाई सहित अन्य समाजजन उपस्थित थे।



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