नारी शक्ति एवं जागरूकता व हस्ताक्षर अभियान को मिली हरि झंडी | Nari shakti evam jagrukta va hastakshar abhiyan ko mili hari jhandi
नारी शक्ति एवं जागरूकता व हस्ताक्षर अभियान को मिली हरि झंडी
बच्चों की प्रथम गुरु मां होती है : एसडीओपी श्री रावत
मनावर (पवन प्रजापत) - मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पूरे प्रदेश में महिला सम्मान, जागरूकता एवं हस्ताक्षर अभियान करने के निर्देश जारी किये गए। जिसके चलते मनावर थाना प्रशासन द्वारा प्रांगण में गुरुवार दोपहर 2:30 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से नारी सम्मान एवं सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाने के संदेश दिए गए। कार्यक्रम में कई विभागों की महिला अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित हुई। कार्यक्रम में मनावर पुलिस विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओ का सम्मान एवं उनकी सुरक्षा के लिए जागरुकता अभियान की शुरुआत करना रहा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल जज अंजलि पटेल, नगरपालिका अध्यक्ष संगीता शिवराम पाटीदार, उपाध्यक्ष अनिता सुरेश पाटीदार, एसडीओपी करण सिंह रावत, तहसीलदार सी एस धार्वे, सीईओ श्री काग, बीएमओ जीएस चौहान, नायाब तहसीलदार सोनिका सिंह, अभिभवक संघ से पुष्पा पाटीदार, चाइल्ड हेल्पलाइन की सपना शिंदे, समाजसेवी व पूर्व पार्षद अख्तर बी आदि रहे।
कार्यक्रम में सिविल जज अंजलि पटेल, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस), टीकाकरण अधिकारी नरेंद्र पवैया, रमेश चंद्र अगल्चा एवं आदि ने उद्बोधन दिया।
*महिला खुद पर अत्याचार ना सहे : सिविल जज*
महिला शक्ति एवं जागरूकता व हस्ताक्षर अभियान के तहत कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहे सिविल जज अंजली पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा की महिला खुद पर अत्याचार न सहे, वह तत्काल अपने परिजनों के सम्पर्क में आये अपनी समस्या बताएं। छोटी बालिकाओं को प्रतिदिन होने वाली समस्याओं का सुझाव प्रथम द्रष्टा से उनके माता-पिता (परिजन) ही निकाल सकते है परंतु उसके लिए होने वाले अत्याचारों व प्रताड़ना को परिजनों की जानकारी तक पहुंचाना बालिकाएं व महिलाओं का कर्तव्य है।
*बच्चों की प्रथम गुरु मां होती है : एसडीओपी रावत*
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस करण सिंह रावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चों की पहली गुरु मां होती है। उन्होंने मीडिया कर्मियों को समाज के लिए संदेश देते हुए कहा कि लड़कियां अपनी शक्ति पहचाने, वह बढ़-चढ़कर हर समाजिक कार्यों में हिस्सा लें। उन्होंने जनता को असली हीरो बताते हुए कहा कि सबसे पहले बालिकाओं या महीलाओं पर घटित होने वाली घटना की जानकारी जनता को पहुचती हैक्योकि वह वहां उपस्थित रहती है। वह सबसे पहले उनके बचाव और सुझाव के लिए कदम बढ़ाए। जिससे समाज में नारी का सम्मान भी जीवित रहें एवं महिला को शक्ति मिले।
*नारी अपनी शक्ति को पहचान है : पदमा जैन*
महिला शक्तिकरण संकल्प कार्यक्रम का संचालन पदमा जैन ने किया अपने उद्बोधन में उन्होंने नारी को अपनी शक्ति पहचान ने के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा, नारी के बिना सब अधूरा है नारी शक्तिशाली होती है सिर्फ उन्हें खुद को पहचानने क्षमता लानी होगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की मंशा यही है कि महिला जागरूक, सचेत व सतर्क रहें। जो प्रयास मध्य प्रदेश शासन प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं उनका मूल रूप उद्देश्य यही है कि महिलाएं हर प्रकार से जागरूक रहें हर समस्या का समाधान करने हेतु अपनी शक्ति को पहचाने।
उक्त कार्यक्रम में थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार मालवीय द्वारा समस्त अतिथियों का पुष्प माला एवं पुष्पगुच्छ भेंट किये एवं उपस्थित महिलाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में सिविल जज अंजली पटेल व समस्त अतिथि एवं अधिकारियों ने महिला सशक्तिकरण रथ को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन पदमा जैन व सुखदेव राठौर ने किया एवं आभार ने माना।
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