बर्ड फ्लू के खतरे की रोकथाम के लिए किए जा रहे हैं उपाय, राज्य सरकार ने हाईकोर्ट को बताया
जबलपुर (संतोष जैन) - हाईकोर्ट के पूर्व निर्देश के पालन में राज्य सरकार की ओर अपना जवाब पेश कर बताया गया कि राज्य में बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर समुचित कदम उठाए जा रहे हैं प्रत्येक संबंधित को गंभीरता बरतने के दिशा निर्देश दिए गए हैं इस प्रक्रिया में हाईकोर्ट की 15 साल पूर्व जारी गाइडलाइन का ईमानदारी से पालन हो रहा है चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की डिवीजन बेंच ने जबाब को रिकॉर्ड पर लेकर अगली सुनवाई 28 फरवरी को नियत कर दी नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच जबलपुर के अध्यक्ष डॉक्टर पी जी नाजपांडे व नया गांव निवासी समाजसेवी रजत भार्गव की ओर से अधिवक्ता आदित्य संघी ने तर्क दिया कि 2006 में भी जबलपुर सहित देश दुनिया में वर्ल्ड फ्लू महामारी का संकट छाया था उस दौरान जबलपुर के दंत चिकित्सक डॉक्टर वायसी चाऊ की ओर से जनहित याचिका दायर की गई थी तब बहस के दौरान यही दलील दी गई थी कि बर्ड फ्लू पर अंकुश के लिए विशेषज्ञों की राय को अहमियत दी जाए हाईकोर्ट ने तर्क से सहमत होकर विशेषज्ञों की लिखित राय मांगी थी तब डॉक्टर जेएल बेगड सर्हित अन्य के मत सामने आए थे हाई कोर्ट ने सभी मतों को रिकॉर्ड पर लेते हुए जनहित याचिका का महत्वपूर्ण दिशा निर्देशों के साथ पटाक्षेप किया था।