न्याय के लिए दो बच्चों के साथ दर दर भटक रही महिला, 2 बिल्डरों ने की धोखाधड़ी | Nyay ke liye 2 bachcho ke sath dar dar bhatak rhi mahila

न्याय के लिए दो बच्चों के साथ दर दर भटक रही महिला, 2 बिल्डरों ने की धोखाधड़ी

महाडिक और परियानी पर लगाये प्लॉट पर कब्जे और धोखाधड़ी के आरोप

न्याय के लिए दो बच्चों के साथ दर दर भटक रही महिला, 2 बिल्डरों ने की धोखाधड़ी

उज्जैन (रोशन पंकज) - सेंधवा निवासी एक महिला पिछले 20 दिनों से उज्जैन में न्याय के लिए दर दर भटक रही है, इस दौरान महिला अपने दो बच्चों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री, एसपी, कलेक्टर से लेकर कई जगह गुहार लगा चुकी है । थक हारकर महिला ने मीडिया से मदद की गुहार लगाई* 

*सिटी प्रेस क्लब पर आयोजित हुई पत्रकारवार्ता में श्रीमति सुनीता पोरवाल पति श्री विजय पोरवाल, निवासी - अभिनव कालोनी, सेंधवा (मध्यप्रदेश) ने बताया कि उसके पति ने वर्ष 2009 में भूमि सर्वे क्र.1596/1/2 में का भाग प्लॉट क्रमांक 13, 14, 15 कानीपुरा रोड़ उज्जैन स्थित माडिक कालोनी में विधिवत बजर्ये रजिस्टर्ड विक्रय पत्र  श्री मधुकर माडिक पिता श्री त्रिम्बकराव माडिक निवासी 9/2, जालसेवा कालोनी, मक्सी रोड़ उज्जैन से क्रय किया था। जिसकी रजिस्ट्री की छायाप्रति संलग्न है। परंतु आज दिनांक तक मौके पर मुझे भुखण्ड का आधिपत्य नहीं सौपा गया, उक्त जमीन पर बिल्डर महेश परियानी ने तिरुपति धाम कॉलोनी काट दी जिसमें मेरा प्लॉट भी दबा लिया गया है।*

*11 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद आज दिनांक तक उक्त मधुकर महाडिक व इनके निधन के पश्चात इनके उत्तराधिकारी मनीष महाडिक व मनीष की पत्नी  रोहिणी तथा सौदा कराने वाले दलाल श्री जगदीश गुजराती पिता श्री माधवराव गुजरात निवासी अतिरिक्त विश्वबैंक कालोनी उज्जैन (वैकल्पिक पता-एकता टेंट हाउस, कानीपुरा रोड़ उज्जैन) ने भूखंड का आधिपत्य नहीं दिया है जबकि इस बाबत मैं अनेक बार गुहार कर चुकी हुं । इसी संघर्ष के चलते लगातार तनाव झेलते हुए मेरे पति अवसाद का शिकार हो चुके है व उनका इंदौर में मनोचिकित्सक से इलाज जारी है*। 

*सुनीता ने कहा कि मेरे दोनों पुत्र - आशुतोष व राघव पोरवाल मा.प्रधानमंत्रीजी के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रकल्प अंतर्गत संचालित) स्कूल - ग्लोबल मिशन इंटरनेशनल स्कूल, अहमदाबाद (गुजरात) में अध्ययनरत होकर वहीं पर प्रशिक्षण प्राप्त कर ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय फुटबाल खिलाड़ी’’ है। लेकिन पति को अवसाद में धीरे धीरे दम तोड़ता देख प्लाट के रूप में अपना हक लेकर संघर्ष करने हेतु मेरे दोनों बच्चे भी मेरे साथ ही दर-दर भटकने को मजबूर है जिसके कारण बच्चों की प्रेक्टिस छूट रही है, अध्ययन प्रभावित हो रहा है तथा वे दिन भर सेंव परमल, चिप्स खाकर जीवित है।*

*ऐसे हुई धोखाधड़ी*

*सुनीता ने बताया कि मधुकर महाडिक के पुत्र मनीष व उनकी पुत्रवधू रोहिणी महाडिक व दलाल जगदीश गुजराती द्वारा मेरे भूखंडों का आधिपत्य न देने पर मैंने तफ्तीश की तो पता चला कि उक्त मधुकर, इनके उत्तराधिकारी मनीष, रोहिणी व दलाल जगदीश

गुजराती ने मिलकर मेरे उक्त तीनों भूखंडों को बाले-बाले मेरी सहमति, संज्ञान के बिना अन्य व्यक्ति को विक्रय कर डाला है और अन्य लोग मेरे उक्त भूखंडों पर काबिज भी करा डाला है। जो कि सरासर धोखाधड़ी, 420 की श्रेणी में आता है। मुख्य धोखाधड़ी तो यह है कि मधुकर की पत्नी प्रभावती व मनीष महाडिक व दलाल जगदीश ने उक्त भूमि पर माडिक कालोनी कागजों में दिखाकर लोगों को खुब प्लाट बेचे, उनका शोषण किया और बाद में उसी भूमि को महेश परियानी को बेच डाला जहां पर आज तिरूपति धाम कालोनी विकसित है। याने यह बहुत बड़ा जमीन घोटाला है जिसके पीछे एक बड़े, कद्दावर सत्तारूढ़ दल नेता व भू माफिया शामिल है। ऐसे में कालोनाईजर का लायसेंस व कालोनी की अनुमति निरस्त की जाना चाहिए। यह गंभीर धोखाधड़ी का मामला है।*

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