जबलपुर में ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने तैयारी तेज
जबलपुर (ब्यूरो रिपोर्ट) - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन पहले ही वीडियो कांफ्रेंस के जरिये प्रदेश के सभी कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। यह निर्देश सिर्फ प्रदेश के हालात को ध्यान में रखते हुए सीएम ने नहीं दिए हैं, बल्कि इस मामले में केंद्र सरकार का रूख भी सख्त है। केंद्र सरकार की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के 15 जिलों को ड्रग माफिया की सूची में शामिल किया गया है। इस सूची में जबलपुर संभाग के तीन जिलों का नाम भी शामिल हैं। इनमें जबलपुर, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा में कार्रवाई की तैयारी तेज कर दी गई है।
एक्ट पढ़ने में जुटे अधिकारी: खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग का दल पदाविहित अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर आशीष पांडे नए एक्ट का अध्ययन करने लगे हैं। वहीं पुलिस विभाग की खूफिया टीम अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। जल्द ही जिले में ताबड़तोड़ कार्रवाई देखने मिलेगी। शहरी क्षेत्र के सभी हुक्का बार,लाउंज के साथ-साथ पब, होटल, बार आदि की सूची संबंधित विभागों में तैयार की जाने लगी है। शहरी क्षेत्र के गांजा, अफीम,चरस और स्मैक बेचने वाले पुराने तस्कारों के नाम भी पुलिस ने खंगालने शुरू कर दिए हैं।
भारत सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा प्रदेश के 15 जिलों की सूची भिजवाई गई है। जहां नशीली वस्तुओं का कारोबार अधिक पाया गया है। इनमें इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रतलाम, ग्वालियर, सतना, सागर, दतिया तथा रीवा इसके अलावा विदिशा, पिपरिया, आगर-मालवा क्षेत्र भी संवेदनशील है। इन सभी क्षेत्रों में अधिक मामले सामने आए हैं।
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