इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने के लिए शनिवार को होगा सीएलसी राउंड
इंदौर (ब्यूरो रिपोर्ट) - प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए शनिवार का दिन महत्वपूर्ण है। इस दिन कॉलेज लेवल काउंसिलिंग (सीएलसी) के तहत प्रवेश लेने का आखिरी दिन रहेगा। 28 नवंबर को सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों की ज्यादातर सीट भर चुकी है ऐसे में ज्यादातर विद्यार्थी प्राइवेट कॉलेजों में सीधे प्रवेश के लिए पहुंचेंगे।
जेइइ, आइआइआइटी और एनआइटी जैसे उच्च संस्थानों में इस बार कोरोना काल के कारण काउंसिलिंग प्रक्रिया देर से शुरू हुई है। इसका असर प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में देखने को मिल रहा है। जेइइ में जिन विद्यार्थियों को अच्छे पर्सेंटाइल मिले थे वे उच्च संस्थानों में प्रवेश की कोशिश करते रहे लेकिन अब जब उन्हें उच्च संस्थान नहीं मिल पाए हैं तो कॉलेज लेवल काउंसिलिंग से प्रदेश के कॉलेजों में प्रवेश लेना पड़ रहा है।
प्रदेश में इस बार सबसे ज्यादा डिमांड कंप्यूटर साइंस और आइटी ब्रांच में रही है। प्रदेश के टॉप संस्थानों में ज्यादातर सीट दूसरी काउंसिलिंग में भर गई थी। कुछ सीट कॉलेज लेवल काउंसिलिंग से भरी है। अन्य प्राइवेट संस्थानों में भी इन दोनों ब्रांच की 90 फीसदी सीट भर चुकी हैं। हालांकि इस बार मैकेनिकल और सिविल इंजीनियरिंग जैसी ब्रांच में विद्यार्थियों ने ज्यादा रिस्पांस नहीं दिखाया है। एमबीए में भी कॉलेज लेवल काउंसिलिंग से प्रवेश हो रहे हैं। इसमें पिछले सालों के मुकाबले इस बार कम विद्यार्थी प्रवेश लेने पहुंचे हैं। जेइइ के कई विद्यार्थियों को इस बार नुकसान उठाना पड़ा है।
अन्य उच्च संस्थानों में प्रवेश लेने के इंतजार में प्रदेश के शीर्ष संस्थानों की सीट कम अंकों को मिल गई है। आज होने वाली काउंसिलिंग में कई जेइइ पर्सेंटाइल वाले विद्यार्थी भी पहुंचेंगे। इन्हें इस बार कॉलेज और ब्रांच से समझौता करना पड़ सकता है। एसजीएसआइटीएस के काउंसिलिंग हेल्प केंद्र प्रभारी भूपेंद्र मोरे का कहना है कि सीट की संख्या जानने के लिए कई टॉपर विद्यार्थी फोन लगा रहे हैं लेकिन हमारे संस्थान की ज्यादातर सीट पहले ही भर गई है ऐसे में अब कुछ नहीं किया जा सकता।