बुरहानपुर में कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया गया | Burhanpur main congress ka sthapna divas manaya gaya
बुरहानपुर में कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया गया
बुरहानपुर (अमर दिवाने) - कांग्रेस एक पार्टी नही वरन एक विचारधारा है, एक संघर्ष का जीता जागता उदाहरण है, उस वक्त जबकि देश गुलामी की जंजीर में जकड़ा हुआ था। देश के लोग भिन्न भिन्न तरीके से अपना विरोध कर रहे थे, किन्तु एकजुट ना होने से असफल हो रहे थे। ऐसे में 1885 में कांग्रेस ने अंग्रेजो को भगाने का बीड़ा उठाया,ओर देश के युवाओ को एकजुट कर अंग्रेजों के खिलाफ पूरे देश मे आंदोलन छेड़ दिया। कांग्रेस के नेता महात्मा गांधी, पंडित नेहरू जी जैसे नेता वर्षो तक जेल में रहे, पर संघर्ष से पीछे नही हटे,जिसके परिणामस्वरूप हमे आजादी का सूर्य देखने को मिला।
उक्त विचार व्यक्त करते हुए प्रखर वक्ता संतोष देवताले ने कांग्रेस के इतिहास पर अपना लंबा वक्तव्य दिया।
आज कांग्रेस के स्थापना दिवस पर राजघाट पर स्थित उदासीन पैलेस पर आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसियो का सम्मान किया गया।
सर्वप्रथम तिरंगा लहराकर घ्वज वंदना कर कार्यक्रम में उपस्थित प्रदेश कांग्रेस सदस्य राजेश कोरावाला ने उपस्थित जनो से संकल्प लिया कि वे कांग्रेस की रीति नीति को जनजन तक पहुचाने का काम करेंगे, उन्होंने अपने उदबोधन में कहा कि देश को आजादी दिलाने में कांग्रेस ने अपनी अग्रणी भूमिका अदा की, किन्तु आज देश का दुर्भाग्य देखे की उस वक्त जब कांग्रेसी नेता देश को आजाद कराने में दिन रात लड़ रहे थे, जेलों में बंद थे, तब अंग्रेजो कि चाटूकारिता करने वाले आज देश को ग़ुमराह कर देश पर राज कर रहे है। जबकि हमे कांग्रेस के इतिहास को जन जन तक पहुचाने का काम करना है।
कार्यक्रम को प्रितिसिंह राठौड़, तसनीम मर्चेंट, भास्कर महाजन, राजेश भगत आदि ने भी संबोधित किया। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में पूर्व विधायक हमीद काजी ने सभी कांग्रेस जनो को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि कांग्रेस को छोटे छोटे शिविरों के माध्यम से उसकी रीति नीति को नए युवा को बताने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता अजय उदासीन ने किया एव आभार ग्रामीण जिलाध्यक्ष किशोर महाजन ने किया।
इस अवसर पर श्रीमती हर्षराज देवड़ा, डॉ.फ़िरोज़ा अली, इकराम अंसारी (गब्बू सेठ), शिवकुमार कुशवाह, रघुनाथ महाजन, ललित चौकसे, कडू पटेल आदि का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में रामभाऊ लांडे, डॉ प्रवीण टेम्बूरने, दगड़ू भाई चौकसे, अमर यादव, बबिता वास्कले, सरिता भगत, अजय बालापुरकर, सचिन व्यास, विनोद मोरे, निनाद पाटिल, मोहम्मद मर्चेंट, राजेश पवार, अनिल पासी, फरीद शेख, संदीप जाधव, वहीद भाई आदि उपस्थित रहे।
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