टीकाकरण अभियान में लगेंगे 3 लाख कर्मचारी, जानिये क्‍या है सरकार की तैयारी | Tikakaran abhiyan main lagenge 3 lakh karmchari

टीकाकरण अभियान में लगेंगे 3 लाख कर्मचारी, जानिये क्‍या है सरकार की तैयारी

टीकाकरण अभियान में लगेंगे 3 लाख कर्मचारी, जानिये क्‍या है सरकार की तैयारी

ब्यूरो रिपोर्ट - कोरोना की वैक्‍सीन का सभी को इंतज़ार है। इस बीच सरकार की अपनी तैयारियां हैं। जब भी यह वैक्‍सीन लगाए जाने को तैयार होगी, तब केसेस के मान से अमले की कमी ना हो, इस बात को भी ध्‍यान में रखते हुए सरकार दूर की योजनाएं बना रही है। इस संबंध में ताजा अनुमान है कि वर्ष 2022 के आखिर तक 80 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए 1.3-1.4 लाख टीकाकरण सेंटर की जरूरत होगी। वैक्सीन को लेकर भारत की तैयारी एवं जरूरत को लेकर फिक्की और ईएंडवाई की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।टीका लगाने के लिए एक लाख हेल्थकेयर स्टाफ और उनकी मदद के लिए दो लाख अतिरिक्त स्टाफ की जरूरत होगी। वैक्सीन लगाने के लिए एक लाख स्वास्थ्यकर्मियों की जरूरत होगी, इनमें 60-70 हजार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के स्वास्थ्यकर्मी हो सकते हैं। लेकिन कुछ राज्यों में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र की संख्या कम होने से उन राज्यों में प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की जरूरत पड़ेगी। ऐसे राज्यों में बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और असम जैसे राज्य शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 40-45 लाख सक्रिय स्वास्थ्यकर्मी हैं। इनमें से 15 लाख डॉक्टर, 15 लाख नर्स और 10-15 लाख फिजियोथेरेपिस्ट, फार्मासिस्ट शामिल इत्यादि हैं। वहीं, सामुदायिक स्तर पर काम करने स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या 20-30 लाख है। रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए निश्चित संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण भी देना होगा।

एक खुराक पर प्रशासनिक लागत 100-150 रुपये

वैक्सीन की एक खुराक पर प्रशासनिक लागत 100-150 रुपये तक आएगी। इसमें वैक्सीन की कीमत, उसकी ढुलाई और रखरखाव पर आने वाला खर्च शामिल नहीं है। कोरोना पर गठित टास्क फोर्स ने फिक्की से रिपोर्ट तैयार करने को कहा था। सरकार ने अगले साल अगस्त तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2022 के अंत तक देश के 80 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है। रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण अभियान को निजी क्षेत्र के सहयोग से आसान बनाया जा सकता है।

ये हैं मौजूदा इंतज़ाम

देश में 25-30 हजार सरकारी अस्पताल हैं। 70 फीसद निजी हेल्थकेयर सेंटर वैक्सीन लगाने में अपने स्टॉफ की सेवा देने के पक्ष में हैं। भारत में 2.5 लाख प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं और इनमें से 80-90 फीसद केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। इससे ग्रामीण इलाके में वैक्सीन लगाने में मदद मिलेगी।

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