गोशाला में दिखी बड़ी लापरवाही, गंदगी का आलम, दुषित पानी गाय को पिलाया जा रहा है, दो गाय मृत
छिंदवाड़ा (गयाप्रसाद सोनी) - जिले के सौंसर तहसील की ग्राम पंचायत बोरगांव जो विगत कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है, सरपंच एजेंसी के नाम पर सरपंच पति द्वारा सभी निर्माण कार्य किए जा रहे,वही पंचों को विश्वास पर नहीं लिया जा रहा है, और फर्जी बिल लगाकर मनमाने ढंग से भुगतान किया जा रहा है, सभी निर्माण कार्य आज लापरवाही के भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ते जा रहे हैं, आज और एक नया माहौल गरमा गया सद्भावना मंच एवं ग्राम की आजीविका मिशन महिला स्व सहायता समूह की सभी महिलाओं ने गौशाला में पहुंचकर देखा कि वहां गाय को दूषित पानी पिलाया जा रहा,गौशाला में हर तरह गंदगी का आलम है।
जिस पर सद्भावना मंच एवं ग्राम संगठन की महिलाओं का बड़ा आक्रोश देखने को मिला, उन्होंने ग्राम के युवाओं के सहयोग से मृत गाय को बाहर निकाला, आपको बता दें कि विगत कई दिनों से पारदर्शिता के साथ सर्वसम्मति से महिला संगठन गौशाला संचालन का कार्य दिया जाना था लेकिन सरपंच अपने पति के इशारे पर हेकड़ी पन के चलते इन्हें गौशाला संचालन का कार्य नहीं किया जा रहा है, जबकि जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र नागेश का स्पष्ट कहना है कि पंचायत के पास सिर्फ एक काम नहीं है गौशाला का निर्माण सिर्फ सरपंच एजेंसी के द्वारा कराने पर सरपंच गौशाला पर अपना हक जमा रही है,जबकि शासन के स्पष्ट आदेश है कि महिलाओं को जागरूक करना है महिलाओं को बढ़ावा देना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, इसलिए गौशाला संचालन आजीविका मिशन स्व सहायता समूह द्वारा ही किया जाएगा, इस पर पंचायत कोई दबाव नहीं बना सकती है, इस पर पंचायत कोई पंचपरमेश्वर राशि 14 वित्त राशि उपयोग नहीं किया गया है केंद्र सरकार की राशि का उपयोग किया गया है इस का स्वतंत्र अधिकार जिला पंचायत को है पंचायत को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पर निर्णय लेकर महिला स्व सहायता समूह को संचालन किया जाना चाहिए, गौशाला में सरपंच की तानाशाही करना गलत है।