वाहन किराए में लगाने के नाम पर गड़बड़ी | Vahan kiraye main lagane ke naam pr gadbadi

वाहन किराए में लगाने के नाम पर गड़बड़ी

वाहन किराए में लगाने के नाम पर गड़बड़ी

डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - वन विभाग में किराए से वाहन लगाने के नाम पर गडबडझाला सामने आ रहा है। आलम यह है कि वन विभाग के ही अधिकारी कर्मचारी अपना वाहन विभाग में किराए से लगाकर लाखों रुपये की मनमानी कर रहे हैं। गत दिनों वन विभाग में किराए से ही लगे एक फॉरेस्टर के वाहन से अवैध शराब का जखीरा तस्करी करते हुए कोतवाली पुलिस ने पकड़ा था। तभी से आरोप प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं। गुपचुप तरीके से वाहन किराए में लगाने के लिए निविदा प्रक्रिया कागजों में करने के आरोप भी लगे हैं। सूत्रों की माने तो विभाग के डिप्टी रेंजर, फॉरेस्टर सहित ऑपरेटर व अन्य कर्मचारियों ने अपने परिजनों के नाम से गाड़ी विभाग में किराए से लगाई है।

लगाए गए वाहनों की हालत जर्जर

 मनमानी पूर्वक वाहन किराए से लगाए गए हैं और गश्ती के नाम पर लगाए गए कई वाहन की हालत जर्जर भी है। अपनों को उपकृत करने के चक्कर में नियमों को ताक में रखने के आरोप लग रहे हैं। मामला डीएफओ तक पहुंचने के बाद उनके द्वारा इस पर जांच कराने की बात जरूर कही जा रही है लेकिन विभाग के ही अधिकारी कर्मचारियों के वाहन किराए से लगाकर लाखों का भुगतान करना पूरी प्रक्रिया पर ही सवाल उठा रहा है।


फॉरेस्टर के वाहन से होती थी तस्करी

 जिले के डिंडौरी वन परिक्षेत्र में पदस्थ एक फॉरेस्टर का वाहन जो वन विभाग में किराए में लगा था है। उसी वाहन से शराब की तस्करी लंबे समय से हो रही थी। मुखबिर से सूचना मिलने पर एसपी के निर्देशन में कोतवाली पुलिस ने मध्यप्रदेश शासन लिखें संबंधित वाहन को रोक कर तलाशी ली तो उसमे बडी मात्रा में अनूपपुर जिले से लाई जा रही अवैध शराब जब्त की गई थी। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों पर मामला भी दर्ज किया है। दो आरोपित गिरफ्तार भी हो चुके हैं। वाहन मालिक पर मामला दर्ज करने की भी मांग की जा रही है। बताया गया कि लंबे समय से इस वाहन का उपयोग अवैध तस्करी में किया जा रहा था। वाहन मालिक की भूमिका पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं। वन विभाग में लगा वाहन होने के चलते यह मामला लगाकर चर्चाओ में है।

14 अगस्त को जारी हुआ है नया आदेश

 वन मंडल अधिकारी कार्यालय से 14 अगस्त को सात वाहन किराए से लगाने के आदेश जारी हुए हैं। बताया गया कि यह वाहन शाहपुर, उत्तर समनापुर, डिंडौरी, शहपुरा, पश्चिम करंजिया, दक्षिण समनापुर, पूर्व करंजिया वन क्षेत्र के लिए गश्ती करने के नाम पर किराए से लगाकर आवंटित किए गए है। बताया गया कि प्रत्येक वाहन का 18 हजार प्रति माह किराया और डीजल प्रतिपूर्ति के लिए 11 हजार प्रति माह देने का उल्लेख है। आदेश में यह भी उल्लेख है कि यह वाहन मार्च 2021 तक लगे रहेंगे। बजट अनुसार कार्य व अवधि में वृद्धि और कमी की जा सकेगी। बताया गया कि वाहन पर क्षेत्रों की सुरक्षा के गश्ती के लिए उपयोग किया जाना है। जो वाहन किराए से लगाए गए है वे विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के ही बताए जा रहे हैं। जो जांच का बडा विषय बना हुआ है।

वर्जन........

वाहन किराए से लगाने के लिए क्या प्रक्रिया की गई है इसके बारे में मैं जिम्मेदारों से जानकारी लेता हूं। अगर लापरवाही की गई होगी तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।
मधु वीराज
डीएफओ डिंडौरी।

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