सचिव और सहायक सचिव की लापरवाही के चलते मूलभूत सुविधाओं से वंचित ग्रामीण
*कमीशन खोरी के चलते मड़ई पंचायत में कार्यों पर भारी लापरवाही,*
*जनप्रतिनिधि द्वारा आवाज ना उठाने और वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्यवाही ना करने पर लगे प्रश्न चिन्ह???*
*सचिव और सहायक सचिव पर कार्यवाही कब????????*
हर्रई/छिंदवाड़ा (रत्नेश डेहरिया) - हर्रई जनपद पंचायत के अंतर्गत पूर्व में विवादों में रही मढई पंचायत अब फिर विवादों से घिरी हुई है। ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय और जनपद पंचायत में जाकर दोनों पंचायत कर्मियों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध न कराने के गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने सचिव और सहायक सचिव दोनों पर गंभीर लगा आरोप लगाते हुए तहसीलदार और प्रभारी सीईओ के समक्ष ज्ञापन सौंपकर आक्रोश जताया। ज्ञापन में बताया कि बुजुर्ग ग्रामीण बरसों से वृद्धा पेंशन,विधवा पेंशन और अन्य पेंशन योजनाओं से वंचित है। वही राशन न मिलने को लेकर भी ग्रामीणों ने सहायक सचिव के कार्यों पर आरोप लगाए। वही ग्रामीणों ने बताया कि समग्र आईडी अलग करवाने के लिए पंचायत और घर के चक्कर काटते काटते हम लोगों की चप्पल है घिस गई। मगर आज दिनांक तक ना तो पेंशन योजनाओं का लाभ मिला और ना ही आईडी अलग होकर राशन मिला। कुछ ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया की लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय सहायता में ग्राम पंचायतों में चलाए जा रहे मनरेगा कार्यों के अंतर्गत अभी तक कार्यों का भुगतान नहीं हुआ जबकि आदेश अनुसार प्रति सप्ताह मजदूरों को उनकी मजदूरी देना सुनिश्चित किया गया था। कार्यों में भारी लापरवाही और ग्राम पंचायत में जनसुनवाई में ध्यान न दिए जाने के भी गंभीर आरोप लगे। ग्रामीणों ने बताया कि हम जब किसी शिकायत को लेकर सहायक सचिव से बात करते हैं तो वह अपनी पूरी गुंडा टीम को लेकर ग्रामीणों को मारने उतारू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि स्थानीय अधिकारी कारवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते हैं जिसके कारण इन कर्मियों के हौसले बुलंद है नहीं तो त्वरित कार्यवाही में अपने कार्यों में कोई भी कर्मचारी इतनी लापरवाही नहीं बरतता है। ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय के समक्ष जाकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और उचित कार्यवाही की मांग की। वही वहां से सभी ग्रामीण जनपद पंचायत हर्रई के प्रभारी सीईओ से मिले और तत्काल सचिव राजू आर्य और सहायक सचिव विमलेश के ऊपर बर्खास्तगी की कार्यवाही करने की मांग की। उक्त मामले को लेकर ग्रामीणों ने यह तक कह डाला कि यदि किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होती है तो जल्द ही समस्त ग्रामीण धरने पर बैठेंगे।
*अभी तक नहीं हुआ सड़क का काम चालू,ठंडे बस्ते में कारवाही*
ग्राम पंचायत मड़ई के ग्रामीण पंचायत कर्मियों को लेकर काफी आक्रोशित थे और जिसको लेकर उन्होंने हर्रई-बटकाखापा रोड पर चक्का जाम भी कर दिया था और तुरंत समझाइस के बावजूद ₹30लाख की स्वीकृति भी दे दी गई थी। परंतु अब यह पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया है अधिकारी और कर्मचारी इस मामले की ओर ध्यान आकर्षित नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण पूरे ग्रामीण चक्का जाम जैसी स्थिति पैदा कर सकते हैं। जबकि अधिकारियों द्वारा आश्वासन मिला था कि दो से 3 दिनों के अंदर कार्य चालू हो जाएंगे। विधायक के ग्रह ग्राम में इनके द्वारा लगातार लापरवाही दर लापरवाही की जा रही है। जिस पर जनप्रतिनिधि और बड़े अधिकारियों द्वारा कार्यवाही ना करना कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान पैदा कर रही है।
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