गणपति बप्पा मौर्या अगले बरस तू जल्दी आ.. के जयघोष के साथ भगवान गणेश को किया विदा
बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - कोरोना संक्रमण काल में जिस तरह से भगवान गणेश की पूर्जा अर्चना हुई उसी तरह सादगी के साथ अब उनकी विदाई भी की जा रही है। बुरहानपुर जिले के कई स्थानों में अलग-अलग परम्परा के अनुसार कोई तीन दिवसीय तो कोई पांच दिवसीय या फिर दस दिवसीय गणेश महोत्सव का आयोजन किया जाता है । आज नम आंखो से लोग गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ़…के जयकारों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बहादरपुर, लोणी में तालाब या कुंड में गणेश जी का विषर्जन किया गया। वही शहर में ताप्ती नदी के राजघाट, सतियारा घाट, पीपल घाट और छोटे पूल से मूर्तियां विसर्जित की जा रही है। जिला प्रशासन ने कोरोना काल के चलते अलग-अलग स्थानों पर मूर्तियां एकत्रित करने के लिए स्टाल लगाए थे, कुछ लोगों द्वारा इन स्थानों पर विधि विधान से पूजा अर्चना कर विसर्जन हेतु गणेश जी की प्रतिमा दे दी गई परंतु कई लोग स्वयं ताप्ती नदी पर अपने स्वयं के वाहन या ऑटो, कार से जाकर गणेश जी का विसर्जन कर रहे हैं।
सभी घाटों पर प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के कडे इंतजाम किए गए हैं। पुलिस द्वारा बड़े वाहनों को प्रवेश से रोका जा रहा है। घाटों पर बने और स्थाई कुंडों में गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन प्रशासन के कर्मचारी द्वारा किया जा रहा है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से भगवान गजानन का जन्म उत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। साधक भगवान गजानंद की मूर्ति को विधिवत स्थापना करके नियमित सुबह व शाम की पूजा अर्चना करते हैं और इसके बाद एक हफ्ते से लेकर 10 दिन तक पूजा अर्चना के बाद विधिवत मूर्ति का विसर्जन करके भक्तिमय वातावरण बनाते हैं। इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के चलते घर-घर में भगवान गजानन की छोटी मूर्तियों की स्थापना की गई।
साधकों द्वारा प्रतिदिन सुबह-शाम की बेला में उनकी पूजा अर्चना करके बाद में भगवान श्री गजानन की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले गए। इस दौरान भक्तों ने जयकारे लगाए और गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ.. की कामना के साथ भगवान गजानन को विदा किया।
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