सैकड़ों बोरी यूरिया चौकीदार के नाम से किया गया दर्ज | Sekdo bori yuriya choukidar ke naam se kiya gaya darj

सैकड़ों बोरी यूरिया चौकीदार के नाम से किया गया दर्ज

यूरिया वितरण में बड़ी मनमानी आ रही सामने

सहकारी समितियों की भूमिका पर उठ रहे सवाल

मेहंदवानी विकासखंड अंतर्गत सहकारी समिति कठौतिया का मामला


डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - जिले भर में किसान यूरिया की समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन इन सबके बीच सहकारी समितियों की मनमानी भी सामने आ रही है। यूरिया की कालाबाजारी की चर्चाओं के बीच जिले के मेहंदवानी विकासखंड अंतर्गत सहकारी समिति कठौतिया द्वारा जो यूरिया का वितरण किया जा रहा है उसमें बड़ी अनियमितता सामने आ रही है। आरोप है कि सोसायटी के चौकीदार का नाम डालकर सैकड़ों बोरी यूरिया बेच दी गई। इस मामले में प्रबंधक और सेल्समैन नेटवर्क की समस्या बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं। मामला विभागीय अधिकारियों तक पहुंचने के बाद इसकी जांच भी शुरू हो गई है। आरोप है कि सोसायटी के चौकीदार मंगलेश सिंह के नाम समिति ने दो सौ बोरी यूरिया पीओएस मशीन में दर्ज कर दी। बताया गया कि किसानों से चौकीदार का कोई लेना देना ही नहीं है। इस पूरे मामले की जांच वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी ओके नागवंशी द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया कि मेन्युल तौर पर बने रजिस्टर पर तो किसानों की संख्या दिख रही है, लेकिन पीओएस मशीन में मनमानी तौर पर अनुपयोगी किसानों को बड़ी मात्रा में यूरिया दे दी गई है।

किसानों के सत्यापन की मांग

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कठौतिया समिति की गड़बड़ी प्रारंभिक तौर पर सामने आने के बाद इसकी जांच की जा रही है। दो फर्जी किसान ऐसे दर्ज है जिन्होंने यूरिया ली ही नहीं है। इसमें पहला नाम सुरेश कुमार का है और दूसरा कठौतिया समिति के चौकीदार मंगलेश सिंह जो किसान भी नहीं है। उसके नाम पर सैकड़ों बोरी यूरिया दर्ज कर दी गई है। जांच अधिकारी इस मामले में अलग तर्क दे रहे हैं उनका कहना है कि कोरोना संकट से बचने के लिए पीओएस मशीन में अंगूठा नहीं लगवाया गया है। समिति प्रबंधक द्वारा जो रजिस्टर दिखाया जा रहा है उसमें दर्ज नाम के किसानों का सत्यापन करने की मांग भी की जा रही है।

इनका कहना है

मामला सामने आया है। इसकी जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी दोषी होगा उसके विरुद्घ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक तौर पर यह बताया जा रहा है कि रजिस्टर में तो किसान के नाम दर्ज है लेकिन पीओएस मशीन में किसान के नाम दर्ज न होकर चौकीदार सहित कुछ अन्य के नाम हैं।
पीडी सराठे
उपसंचालक कृषि डिंडौरी।

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