पहले कोने-कोने से तलाशते थे कोरोना पॉजिटिव, प्रशासन ने अब मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया
जबलपुर (संतोष जैन) - कोरोना से जंग में मरीजों की संख्या बढ़ती हीगयी स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन ने मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया है विभागों में समन्वय की कमी से अब मरीजों की कांटेक्ट टेसिंग से लेकर मरीजों की परिवार के सदस्यों के नमूने लेने वालों ने होम आइसोलेशन करने तक में हद दर्जे की लापरवाही बरती जा रही है अब कंटेनमेंट जोन भी औपचारिकता में तब्दील हो गए हैं यहां निगरानी भी नहीं हो रही है
आपसी तालमेल गढ़बढ़ाया
कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आने पर उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग एकत्र करके नगर निगम के कंट्रोल कमांड सेंटर को देता था उसके बाद मरीज के घर पर नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम जाती थी मरीज के घर के बाहर कोविड-19 का बोर्ड लगाया जाता था परिवार को आइसोलेटेड किया जाता था नगर निगम की ओर से संबंधित क्षेत्र व घर को सैनिटाइज किया जाता था लेकिन अब यह व्यवस्था समाप्त हो गई है कोरोना पॉजिटिव कई मरीजों के घर तक टीम पहुंच ही नहीं पाती कई मरीजों की बिल्डिंग के बाहर बोर्ड नहीं लगाया गया वहां दुकान खोलते सहित कुछ अन्य तरह की गतिविधियां हो रही है प्रशासनिक निगरानी कम होने से कंटेनमेंट जोन अब औपचारिकता में सिमट कर रह गए हैं
जिले में 30 सक्रिय कंटेनमेंट जोन है
इनमें कई ऐसे हैं जहां बैरिकेडिंग नहीं है आसपास के क्षेत्र को सैनिटाइज नहीं कराया जाता पॉजिटिव व्यक्ति को कोविड-19 तक में देरी होती है कंटेनमेंट जोन में निगरानी के लिए मैदानी टीम भी नजर नहीं आ रही कंटेनमेंट जोन का दायरा भी घटा दिया गया है
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