जिले मेें पिछले चैबीस घंटों में भारी बारिश, जिले की सारी नदिया उफान पर, जनजीवन अस्त-व्यस्त | Jile main pichle 24 ghanto main bhari barish
जिले मेें पिछले चैबीस घंटों में भारी बारिश, जिले की सारी नदिया उफान पर, जनजीवन अस्त-व्यस्त
झाबुआ। (अली असगर बोहरा) - मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले मैं लगातार बारिश के चलते जिले में सारे नदी नाले उफान पर आ गये है। झाबुआ जिले में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने सारे रिकार्ड तोड दिये है लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जिले की पंम्पावती, पदमावती, नौगांवा, अनास, सुनार और माही आदि नदियां उफान पर बह रही है। जिले भर के कई गांवों का सडक संपर्क टूट गया है कई पुल पुलिया बह गई है या टूट गई है, तालाब फूट गये तो बिजली के खंबे तक धराशायी हो गये है। झाबुआ मेें बहादूर सागर लबालब भर जाने से मेहता जी तालाब का झरना प्रारंभ हो गया है। झाबुआ मेें अनास नदी पर बने बांध बामनसेमलिया में दो गेट खोलना पडे है। झाबुआ से लगे डूंगराधन्ना जाने वाले रोड पर बनी पुलिया पर पानी आ जाने से रास्ता बंद हो गया है। पेटलावद तहसील के टेमरिया से रतलाम जाने वाले मार्ग पर पुलिया पर पानी आने से रतलाम की ओर जाने वाला मार्ग बंद हो गया है।
थांदला तहसील के मदरानी में तीस साल पुराना एक तालाब फूट गया है। माही नदी पर बने बांध मेें लगातार बारिश से उसका जल स्तर बड रहा है। पेटलावद तहसील में लाडकी नदी भी उफान पर बह रही है। पेटलावद तहसील के कई गांवों के रास्ते बंद हो गये है वहीं थांदला तहसील मुख्यालय पर कई कालोनीयों, घरों ओर दुकानों में पानी घुस गया है। थांदला से कुषलगढ, राजस्थान जाने वाला मार्ग पर कोटडी पर बना पुल तेज बारिश के चलते दोनों किनारों की और से बिच से कट गया है जिसके चलते मध्यप्रदेश और राजस्थान का सडक संपर्क टूट गया है। थांदला तहसील के खवासा में बाजना रोड स्थित बालक छात्रावास की बांउड्रीवाल बारिश के चलते टूट गई है। पेटलावद के बरवेट रोड पर बारिष और हवा के चलते बिजली के खंबे भी गिर गए है। जिससे विघुत सप्लाय प्रभावित हुआ है। दूरसंचार की टेलिफोन लाईने ठपप हो गई है।
भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले के झाबुआ में 72.2 एमएम., रामा में 92.6 एमएम., थांदला में 185.8एमएम., पेटलावद में 135 एमएम., रानापुर में 55 एमएम., मेघनगर में सर्वाधिक 221 एमएम.बारिश रिकार्ड दर्ज की गई है जिले में कुल औसत बारिश 736.7 एमएम. अर्थात 29 इंच से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है जबकि जिले में औसत बारिष 773.4 एमएम.की आवश्यकता होती है इस हिसाब से जिले में औसत बारिश का आंकडा महज चार इंच ही दूर है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो जिले में अगले दो तिन दिनों तक और बारिश इसी प्रकार से होने की संभावना है। लगातार हो रही अच्छी बारिष से किसानों के चेहरे खिल उठे है। वहीं मौसम में ठंडक घुल गई है।
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