इस बार चिकित्साकर्मियों ने कर्त्तव्यस्थल पर ही मनाया रक्षा बन्धन का पर्व | Is bar chikitsakarmiyo ne kartavya sthal pr hi manaya rakshabandhan
इस बार चिकित्साकर्मियों ने कर्त्तव्यस्थल पर ही मनाया रक्षा बन्धन का पर्व
इनके लिये रिश्ते-नातों से भी बढ़कर है अपना कर्त्तव्य
उज्जैन (रोशन पंकज) - कोविड-19 संक्रमण से वर्तमान समय में पूरे देश के डॉक्टर्स और चिकित्साकर्मी एकजुट होकर निरन्तर जंग लड़ रहे हैं। इस संक्रमण के कारण आमजन की रोजमर्रा की जिन्दगी के साथ-साथ समय-समय पर आने वाले पर्वों पर भी खासा असर पड़ रहा है, लेकिन इस मुश्किल समय में भी डॉक्टर्स और चिकित्साकर्मी अपने कर्त्तव्य को प्राथमिकता देते हुए अपने कर्त्तव्य स्थल पर ही त्यौहार मना रहे हैं। शहर के कोविड केयर सेन्टर पीटीएस में भी गत दिवस ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां मौजूद चिकित्साकर्मी, नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट और सफाईकर्मियों ने इस बार अपने परिजनों से दूर रहकर पीटीएस में ही रक्षा बन्धन का पर्व मनाया।
गौरतलब है कि कोरोनाकाल के चलते पिछले चार महीनों से भी अधिक समय के दौरान पीटीएस में डॉक्टर्स, चिकित्साकर्मी और अन्य स्टाफ पूरी निष्ठा और मेहनत से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस बार राखी जैसे त्यौहार पर उन्हें अपनों से दूर रहने और थोड़ा मलाल जरूर हुआ, लेकिन कर्त्तव्य को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने पीटीएस में ही यह त्यौहार मनाया, क्योंकि पिछले कुछ समय से पीटीएस में कार्यरत चिकित्सक और अन्य स्टाफ एक-दूसरे के लिये परिवार के सदस्य जैसे ही हो गये हैं।
इस अवसर पर रतलाम के डॉ.अनमोल जैन, महिदपुर रोड के डॉ.विजय कुमार पांचाल, डॉ.वसीम खान, डॉ.कपिल चौहान, डॉ.सुखदेव, डॉ.अरविंद भटनागर, डॉ.रोहित पराते, डॉ.दीपक, फार्मासिस्ट श्री अमित यादव, श्री ब्रजमोहन कौशल, नर्सिंग स्टाफ के श्री एम्बरोज जॉर्ज, सुश्री चन्दा गरूड़ा, सुश्री गायत्री वाडिया और सुश्री प्रांजल गुप्ता ने पीटीएस में रहकर ही रक्षा बन्धन का त्यौहार
मनाया। सुश्री चन्दा, गायत्री और प्रांजल ने सभी स्टाफ के लोगों को राखी बांधी।
इस अवसर पर साम्प्रदायिक सद्भावना की मिसाल भी देखने को मिली है। पैरामेडिकल स्टाफ की चन्दा गरूड़ा के भाई भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वे इस वर्ष घर नहीं आ पाये और सुश्री चन्दा भी कोविड में ड्यूटी के कारण अपने घर नहीं जा पाईं, इसीलिये उन्होंने अन्य सभी स्टाफ और डॉ.वसीम खान को राखी बांधकर इस पर्व को मनाया।
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