हजरत ईमाम हुसैन की शहादत का पर्व सादगी के साथ मनाया गया | Hazrat imam hussain ki shahadat ka parv sadgi ke sath manaya gaya

हजरत ईमाम हुसैन की शहादत का पर्व सादगी के साथ मनाया गया

रोजा रख नमाज़ अदा कर कोरोना बीमारी खात्मे की दुआएं मांगी

हजरत ईमाम हुसैन की शहादत का पर्व सादगी के साथ मनाया गया

अलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - हजरत ईमाम हुसैन र.अ. की शहादत के मोहर्रम पर्व सादगी के साथ मनाया गया। रविवार को योमे आशूरा के मौके पर मुस्लिम समाजजनो ने रोजा रखकर विशेष नमाज़ अदा कर दुआएँ आशूरा पढ़ी। वही शाम को नगर के निर्माणाधीन ताजिये घरों के अंदर ही निकाले गए। गौरतलब है कि मुस्लिम समाज ने इस बार कोरोना महामारी को देखते हुवे हजरत ईमाम हुसैन की शहादत का पर्व सादगी के साथ शासन-प्रशासन की जारी गाईड लाईन के बिच मनाने का निर्णय लिया। साथ ही इस बार पर्व पर कोई बड़ा आयोजन नही करने का फैसला भी लिया। 

हजरत ईमाम हुसैन की शहादत का पर्व सादगी के साथ मनाया गया

*आशूरा का रोजा रख नमाज़ अदा की*

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मोहर्रम की दसवीं तारीख योमे आशूरा का दिन महत्वपूर्ण दिन है। क्योंकि इस दिन कई धार्मिक वाक्यात ईस दुनिया मे हुवे है। इस दिन हजरत ईमाम हुसैन ने हक़ के रास्ते मे अपनी शहादत देकर मानवता, सुख-शांति ओर सब्र करने का संदेश दिया था। योमे आशूरा के मोके पर  समाजजनों द्वारा नफ्ली नमाज़े अदाकर देश ओर नगर में खुशहाली, अमन-चैन ओर कोरोना बीमारी के खात्मे के लिए विशेष दुआएँ मांगी गई। वही नगर में इस बार कई धार्मिक पारम्परिक आयोजन नही किए गए। इस बार ताजियों का चल समारोह तथा मनन्तधारी युवक रूपी शेरो का जुलूस भी स्थगित किया गया। पर्व को लेकर  समाजजनो द्वारा शर्बत छबील ओर खीचड़ा आमजनो को वितरित किया गया। इधर रविवार को नगर के विभिन्न समाज के श्रद्धालुओं ने ताजियों पर  आस्थास्वरूप दर्शन कर नारियल, चिरौंजी, लोभान, मिठाई आदि का चढ़ावा पेशकर अपनी-अपनी मनोती पुर्ण की। इस दौरान समाजजनो ने आने वाले सभी श्रद्धालुओं से शोषल डिस्टेंट का परिपालन भी करवाया गया। नगर के सभी ताजियों का सोमवार सुबह प्रशासन द्वारा निर्धारित नदी स्थित एक कुंड में विसर्जन किया जाएगा।

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