गर्भवती महिला को चार किमी पैदल खाट पर लेकर पहुंचाया एंबुलेंस तक | Garbhvati mahila ko char km pedal khat pr lekar pahuchaya
गर्भवती महिला को चार किमी पैदल खाट पर लेकर पहुंचाया एंबुलेंस तक
डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - सड़क न होने से एक गर्भवती महिला को सोमवार को तीन से चार किलोमीटर खाट पर एंबुलेंस तक स्वजनों को पहुंचाना पड़ा। पगडंडी और जगह-जगह भरे बारिश के पानी को पार करने में स्वजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। गांव से लगभग चार किलोमीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक महिला के पहुंचने के बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। मामला जनपद करंजिया के दूरस्थ ग्राम कुटेलीदादर का है। गांव में आज तक सड़क न होने से वाहन से पहुंचना मुश्किल है। गर्भवती महिला के परिजनों सहित ग्रामीणों ने गांव तक सड़क न होने का आरोप पंचायत प्रतिनिधियों पर लगाया है।
महिला की हालत ठीक
ग्राम कुटेलीदादर निवासी पवन कुमार ने बताया कि सोमवार को सुबह उसकी पत्नी ईश्वरीय श्याम (31) को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इसके बाद उन्होंने किसी तरह 108 एंबुलेंस को सूचना दी। एंबुलेंस गांव से चार किलोमीटर पहले कुटेलीदादर तिराहा तक पहुंच गई, लेकिन गांव तक सड़क न होने से आगे नहीं आ पाई। पवन कुमार ने बताया कि अपनी पत्नी को वे परिवार के अन्य लोगों के साथ खाट पर लेकर 3 से 4 किलोमीटर तक पैदल चलकर 108 वाहन तक पहुंचे। बताया गया कि पूरा मार्ग सिर्फ पगडंडी युक्त है जिसमें कीचड और गड्ढों में पानी भरा है। 108 वाहन से महिला अस्पताल पहुंच गई जहां उसकी स्थिति ठीक बताई जा रही है।
वर्षों से बनी समस्या, नहीं ली गई सुध
ग्रामीणों का आरोप है कि जनपद करंजिया अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरिया के पोषक ग्राम कुटेलीदादर में सड़कें न होने की समस्या यहां निवासरत लोग वर्षों से झेल रहे हैं। लोगो को इस तरह की समस्या से आए दिन जूझना पड़ता है। बताया गया है कि मुख्य मार्ग से कुटेलीदादर 7 से 8 किलोमीटर की दूरी पर है। ग्रामीणों के अनुसार कुटेलीदादर गांव में वनग्राम के समय से बसाहट है। वर्षों बीत जाने के बाद भी यहां तक पहुंचने के लिए सड़क निर्माण नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की मांग को लेकर कई बार प्रशासन से मांग की जा चुकी है, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा कहा जाता है कि सरकारी रिकार्ड में कुटेलीदादार गांव शो ही नहीं करता है। इस कारण यहां सड़क निर्माण नहीं किया जा सका है। ग्राम कुटेलीदादार में शासन की हितग्राहियों मूलक योजनाए भी नहीं पहुंच पाई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इस गांव में 108 जननी सुरक्षा वाहन भी नहीं पहुंच पाता है। गांव में न तो बिजली पहुंच पाई है और न ही पीने के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था है।
इनका कहना है
कुटेलीदादर में सड़कों की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है। शिकायत आने के बाद सड़क निर्माण के लिए प्रयास किए जाएंगे।
अशोक सावनेर
जनपद सीईओ करंजिया।
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