मध्य प्रदेश में रोजगार के लिए 1 लाख पद खाली, कतार में 30 गुना बेरोजगार
रास्ता मुश्किल अमला की कमी से जूझ रही भर्ती कराने वाली एजेंसियां
कमलनाथ को अब नेता प्रतिपक्ष का भी जिम्मा
भोपाल (संतोष जैन) - प्रदेश में सरकारी नौकरी स्थानीय लोगों को ही मिलेगी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा तो कर दी लेकिन रास्ता मुश्किल है अभी तक एक लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियों के पद खाली हैं पंजीकृत बेरोजगार 29 लाख से ज्यादा हैं भर्तियां करने वाली दो प्रमुख एजेंसियां भी अमले की कमी से जूझ रही हैं हालात यह है कि पिछले 3 साल से चल रही स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग में भर्ती की कवायद पूरी नहीं हो पा रही है पात्रता परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों को अभी तक पदस्थापना नहीं मिल पाई है यही हाल पटवारी भर्ती के भी हैं हालांकि उच्च शिक्षा में चयनित कुछ लोगों को पिछली कमलनाथ सरकार के समय पदस्थापना मिली यह भी सच है कि विभाग भर्ती के प्रस्ताव भेजे हैं तो मंजूर नहीं होते जहां भर्ती मंजूर होती है वहां प्रक्रिया विवादों में उलझ जाती है
कमलनाथ को अब नेता प्रतिपक्ष का भी जिम्मा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही नेता प्रतिपक्ष की भी जिम्मेदारी दी गई है विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने कहा पत्र सचिवालय को मिल गया है विधानसभा सत्र में इसकी घोषणा की जाएगी प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने टयूट कर कमलनाथ को बधाई दी है अमरनाथ के नेता प्रतिपक्ष बनने के साथ ही अब यह तय हो गया कि सड़क से सदन तक कांग्रेसका चेहरा कमल नाथ ही हैं और अब उनका सीधा मुकाबला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रदेश में कमलनाथ बनाम शिवराज प्रदेश में कमलनाथ का सीधा मुकाबला शिवराज सिंह चौहान से उपचुनाव भी कमलनाथ बनाम शिवराज के नाम पर लड़े जाएंगे कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर संगठन को एकजुट रखने का प्रयास करेंगे सारी निक्तियां उनके हिसाब से होंगी