वैशाली ने लॉकडाउन अवधि में ‘‘चाइल्ड प्रोटेक्शन‘‘ विषय पर पाया वेरिफाईड सर्टिफिकेट ऑफ अचीवमेंट
जीवन में समय बहुत मूल्यवान होता है, इसलिए सकारात्मक सोच के साथ नवाचार की ओर बढे़
बुरहानपुर। (अमर दिवाने) - जीवन में समय बहुत मूल्यवान है, व्यक्ति को हमेशा सकारात्मक सोच, समय का सदुपयोग करके अपने जीवन में नवाचार की ओर बढ़ते रहना चाहिए। ऐसा कहना है, श्रीमती वैशाली अर्जुन शंकपाल का। बता दे कि वैशाली एक गृहणी है तथा उन्होंने संयुक्त परिवार में रहकर अपने छोटे-छोटे बच्चों पर ध्यान देते हुए भी, समय निकालकर नयी सोच के साथ कुछ नया करने की मन में ठानी।
वैशाली बताती है कि वर्तमान समय में संपूर्ण दुनिया कोरोना की चपेट में है वहीं प्रगतिशील भारत देश में लॉकडाउन के चलते लंबे समय तक घरों में रहते हुए कई बार विकृतियों के भाव मनुष्य के मन में आते है। ऐसी परिस्थितियों में विजय पाने के लिए व्यक्ति को अपना ध्यान सकारात्मक बातों में लगाकर अपनी प्रतिभा को निखारने का प्रयास करना चाहिए। यही सब सोचकर श्रीमती वैशाली शंकपाल ने समाचार पत्र के माध्यम से हावर्ड यूनिवर्सिटी के ऑनलाईन कोर्स के बारे में पढ़ा और यूनिवर्सिटी के बारे में ऑनलाईन जानकारी एकत्र की। उन्हें लगा यह लॉकडाउन के बीच शेष समय का सदुपयोग करने का सही मौका है। उन्होंने बताया कि आपदा की इस घड़ी में हावर्ड यूनिवर्सिटी से लॉकडाउन अवधि में लगभग 67 ऑनलाईन कोर्स संचालित किये जा रहे थे।
इन कोर्सो में ‘‘चाइल्ड प्रोटेक्शन‘‘ विषय पर कुल 12 सप्ताह की अवधि में ऑनलाईन वीडियो लेक्चर, रिडींग मटेरियल, प्रतिदिन 4 से 5 घंटे की ऑनलाईन स्टडी तथा डिस्कशन कर प्रत्येक अध्याय का अध्ययन किया तथा परीक्षा देकर 98 प्रतिशत अंक पाकर वेरिफाईड सर्टिफिकेट ऑफ अचीवमेंट हासिल किया। श्रीमती वैशाली बताती है कि इस परीक्षा में न्यूनतम 55 प्रतिशत लाने पर यह सर्टिफिकेट प्राप्त हो सकता है। यह ऑनलाईन कोर्स की फीस 7409 रूपये है, किन्तु मुझें यूनिवर्सिटी द्वारा छात्रवृत्ति के रूप में 6736 रूपये प्रदान किये गये अतः मुझें यह कोर्स मात्र 673 रूपये में पड़ा। यह मेरे लिए एक सुनहरा अवसर के रूप साबित हुआ है।
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