चार दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन
भोपाल (संतोष जैन) - पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार महिला अपराधों की रोकथाम एवं उनके विरुद्ध घटित अपराधों के अनुसंधान हेतु अनुसंधान अधिकारियों/विवेचकों की व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य भोपाल पुलिस के महिला/पुरुष एसआई, एएसआई हेतु आयोजित 4 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ डीआईजी शहर श्री इरशाद वली द्वारा एसपी हेडक्वाटर श्री धर्मवीर सिंह एवं एएसपी हेडक्वारटर श्रीमती निवेदिता नायडू की मौजूदगी में दिनांक 04 जुलाई 2020 को पुराने पुलिस कंट्रोल रूम में किया गया था। उपरांत प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए अपराधों के अनुसंधान में व्यवसायिक दक्षता का विशेष महत्व बताया एवं विशेषज्ञों की हर एक बात/अनुभवों को ध्यानपूर्वक सुनकर व अमल कर एक अच्छे अनुसंधान अधिकारी बनने हेतु मार्गदर्शन व दिशा निर्देश दिए थे।
महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ FSL Dr. हिरक रंजन दास एवं Dr. OP दीक्षित, चाइल्ड लाइन डायरेक्टर श्रीमती अर्चना सहाय, ADPO श्री टी.पी. गौतम, ADPO श्रीमती मनीषा पटेल, ADPO श्रीमती प्रियंका उपाध्याय द्वारा अपने-अपने अनुभव शेयर किए गए तथा मर्डर एवं रेप के गम्भीर अपराधों में घटना स्थल से क्या-क्या साक्ष्य और कैसे एकत्रित करना, pmlc आदि विभिन्न फार्म भरने, DNA सेम्पल आदि की कार्रवाई के बारे में विस्तारपूर्वक व्याख्यान दिए एवं 376, 354ipc व पॉक्सो एक्ट में में हुए संशोधन, पीड़िता के अधिकार व उनको मिलने वाली शासकीय सहायता के बारे में बताया गया। साथ ही यह भी बताया कि विवेचना के दौरान अनुसंधान अधिकारी द्वारा गम्भीर अपराधों की विवेचना गहनता व गम्भीरतापूर्वक किये जाने से पीड़िता को उचित न्याय मिलने व दोषी को कड़ी सजा दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।
प्रशिक्षण के दौरान सीएसपी श्रीमती बिटटू शर्मा, सीएसपी श्री नागेंद्र पटेरिया एवं भोपाल जिले के समस्त थानों से महिला/पुरूष एसआई/एएसआई समेत करीब 50-55 अधिकारी मौजूद रहे। उक्त प्रशिक्षण में दिनाँक 4 जुलाई से आज तक करीब 200 पुलिस अधिकारियों/विवेचकों को प्रशिक्षित किया गया।
उक्त प्रशिक्षण को सफल बनाने में आरआई श्री दीपक पाटिल, महिला सेल प्रभारी श्रीमती सुलोचना गहलोत, एएसआई श्री कैलाश ग्वाले व अन्य स्टॉफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।