ठेकाप्रथा बंद करने और नियमितीकरण देने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा चलाया गया "सोशल मीडिया अभियान" | Theka pratha band krne or niyamitikaran dene ke liye outsource

ठेकाप्रथा बंद करने और नियमितीकरण देने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा चलाया गया "सोशल मीडिया अभियान" 

ठेकाप्रथा बंद करने और नियमितीकरण देने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों द्वारा चलाया गया "सोशल मीडिया अभियान"

झाबुआ (अली असगर बोहरा) - मध्यप्रदेश बाह्यस्त्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन द्वारा दिनांक 18 जून को नियमितीकरण एवं ठेकाप्रथा बंद करने के संदर्भ मैं "प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी" करण जी चौहान के आह्वान पर प्रदेश स्तरीय "सोशल मीडिया अभियान" चलाया गया, संगठन प्रदेश मीडिया सचिव दिनेश पाटीदार एवं जिलाध्यक्ष सोबरन सिंह बाथम द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया की, प्रदेश मैं कार्यरत लगभग 35000 से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों को जो वेतन वितरण करने के लिए कंपनी द्वारा ठेकेदारों को जो राशि दी जाती हैं, उस पर 5%  कमीशन ठेकेदारों को मिलता है और 18% जी.एस.टी. कटता हैं, जो करोड़ों मैं होता है, अगर यह वेतन ठेकेदारों के माध्यम से न देते हुए, बिजली कंपनी वेतन सीधे-सीधे कर्मचारियों के खातों मैं डाले तो कंपनी को न ठेकेदारों को 5% कमीशन देना पड़ेगा न 18% जी.एस.टी. भरना पड़ेगा, कंपनी का करोड़ों रुपया बचेगा, जिसका उपयोग कंपनी कर्मचारी हित में कर सकती है, प्रदेश मैं वर्षों से कार्यरत 35000 से अधिक अनुभवी आउटसोर्स कर्मचारियों को सरकार नियमित कर बिजली विभाग मैं चल रही कर्मचारियों की कमी की पूर्ति भी कर सकती, जिससे बिना ट्रेनिंग के अनुभवी कर्मचारी भी मिलेंगे और प्रदेश में बिजली विभाग का कार्य भी निरंतर सुचारू रूप से चलता रहेगा। आज मध्यप्रदेश के हर जिले से हजारों की संख्या मैं बिजली आउटसोर्सकर्मियों द्वारा सोशल मीडिया पर ट्विटर, फेसबुक और व्हाटसप के माध्यम से ठेकाप्रथा बंद करने एवं कर्मचारियों को नियमितीकरण देने के लिए #बिजलीऑउटसोर्सकोनियमितकरो300करोड़बचाओ  ट्विटर हेस टेग चलाया गया।

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