सीमा पर हिंसक झड़प के बीच मध्य प्रदेश के बालाघाट भरवेली मैग्नेट और इंडिया लिमिटेड कंपनी चला रही है चीन | Seema pr hinsak jhadap ke bich MP ke balaghat bharveli magnet

सीमा पर हिंसक झड़प के बीच मध्य प्रदेश के बालाघाट भरवेली मैग्नेट और इंडिया लिमिटेड कंपनी चला रही है चीन


बालाघाट (देवेंद्र खरे) - सीमा पर हिंसक झड़प के बीच मध्यप्रदेश के बालाघाट में भारत सरकार के उपक्रम मैग्नीज ऑफ इंडिया लिमिटेड (मॉयल) में कार्यरत चाइनीज कंपनी चाइना कोल सीसी 3 ने 62 भारतीय मजदूरों को निकाल दिया है, जिससे उन पर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। पहले कोरोना का बहाना बनाते हुए कंपनी ने मजदूरों को काम पर वापस नहीं बुलाया और अब उन्हें रखने को तैयार नहीं है। मजबूरी में बड़ी संख्या में मजदूर बुधवार को कलेक्टर के पास पहुंचे हैं।

कोविड़-19 के कारण लॉकडाउन के बाद कंपनी ने काम तो शुरू कर दिया, लेकिन 62 भारतीय मजदूरों को काम पर वापस नहीं लिया है। कंपनी का कहना है कि उनके काम पर लौटने से कोरोना संक्रमण का खतरा हो सकता है। पहले से ही परेशान मजदूरों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ गया है। श्रमिकों ने बुधवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर उन्हें ज्ञापन दिया और मामले में दखल देने का अनुरोध किया था।
सीमा पर हिंसक झड़प के बीच मध्य प्रदेश के बालाघाट भरवेली मैग्नेट और इंडिया लिमिटेड कंपनी चला रही है चीन


बालाघाट में चीनी कंपनी से निकाले गए मजदूरों ने कलेक्टर से शिकायत की है। 

यह मजदूर बीते 1 साल से इस कंपनी के लिए अंडर ग्राउंड शॉफ्ट के निर्माण का काम कर रहे थे। लॉकडाउन में कंपनी का काम बंद हो गया था। एक सप्ताह पहले कंपनी ने दोबारा काम शुरू किया, लेकिन सारे भारतीय श्रमिकों को नहीं लिया गया। मॉयल प्रबंधन ने कंपनी से चर्चा की है। बता दें कि भारत सरकार के उपक्रम मॉयल लिमिटेड में चाइनीज कंपनी 250 करोड़ की लागत से काम कर रही है।

कामगारों को 5 हजार रुपए की अंतरिम राहत दिलाई है : मॉयल डीजीएम

मॉयल के डीजीएम वीके परिधा ने बताया कि भारत में कोरोना तेजी से फैल रहा है। हमने संबंधित कंपनी को निर्देशित कर श्रमिकों को 5 हजार रूपये प्रति श्रमिक अंतरिम राहत दिलाई है। साथ ही इन श्रमिको को फिलहाल दूसरी कंपनी में काम दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। चीनी कंपनी में अभी केवल चीनी श्रमिको के साथ एक शिफ्ट में काम हो रहा है। जल्द ही श्रमिकों को स्थितियां सामान्य होने पर बुलाया जाएगा।

मॉयल प्रबंधन से बात करके आगे की कार्रवाई करेंगे

मजदूरों से जुड़ा यह मामला मेरी जानकारी में आया है। इन श्रमिको को संबंधित कंपनी क्यों वापस नही ले रही है। इस विषय में मॉयल प्रबंधन से चर्चा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। - दीपक आर्य, कलेक्टर बालाघाट

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