पोकरण में फिर गरजेगी धनुष तोप का उत्पादन भी हुआ तेज | Pokran main fir garjegi dhanush ka utpadan bhi hua tez

पोकरण में फिर गरजेगी धनुष तोप का उत्पादन भी हुआ तेज 

खमरिया फैक्ट्री कर्मी के खाते से ₹74000 निकले

 फिर लौटा टिड्डी दल कई गांव में गांव में मूंग की फसलों को पहुंचाया नुकसान 

वारिस में नदियों पर बने 6 पुल से गुजरना खतरनाक


जबलपुर (संतोष जैन) - 38 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली धनुष तोप की फायरिंग जल्द राजस्थान के पोकरण में होगी 12 को गन कैरिज फैक्ट्री जीसीएफ से रवाना किया गया है फायरिंग में सहयोग के लिए टीम भी जबलपुर से पोकरण जा चुकी है रूटीन फायरिंग में अलग-अलग डिग्री पर इसका परीक्षण किया जाएगा इसी प्रकार दूसरी तो भी जल्द भेजी जाएगी यह तो पहले ही सेना के सुपुर्द की जा चुकी है जल्द इतनी ही तो सीमा पर तैनाती के लिए मिलेगी जिसमें तैयार 155mm 45 कैलिबर तोप का उत्पादन शुरू हो चुका है इस में परिवर्तन भी किए जाते हैं ऐसे में उनका फायरिंग के जरिए परीक्षण किया जाता है यह प्रक्रिया नियमित रूप से चलती रहेगी 


खमरिया फैक्ट्री कर्मी के खाते से ₹74000 निकले

 खमरिया फैक्ट्री में कार्यरत को दुबारी खेड़ा निवासी के बैंक खाते से ज्यादा  कस्टमर केयर अधिकारी बनकर एनीडेक्स का एप्लीकेशन अपलोड कराया और उसके खाते से चार बार में एयरटेल और पेटीएम के माध्यम से ₹73997 ट्रांसफर कर लिए पीड़ित ने मामले की शिकायत एसपी और स्टेट साइबर सेल की है 

फिर लौटा टिड्डी दल गई कई गांव में उड़द मूंग की फसलों को पहुंचा नुकसान



 कुछ दिनों की खामोशी के बाद टिड्डी दल ने मंगलवार को जिले की ग्रामीण क्षेत्रों में फिर दस्तक दी टिड्डियों ने पनागर ब्लॉक के सिंगोद  लीड खमरिया गर्दा गांव में खेतों में कटने के लिए तैयार मूंग और उड़द की फसलों को नुकसान पहुंचाया इसके बाद  दल सिहोरा होते हुए आगे की ओर बढ़ गया कुंदन और पाटन के टिड्डी दल आपस में मिल गए पाटन से होते हुए पनागर से आगे बढ़ने के बाद सिंगोद में तीन दलों में बट गया टिड्डियों का दल करीब 8 किलोमीटर लंबा था 

बारिश में नदियों पर बने 6 पुल से गुजरना खतरनाक


 बारिश में नर्मदा और हिरन नदी पर बने पुल से गुजरना खतरनाक है बीते वर्षो में यहां कई हादसे हो चुके हैं बारिश शुरू हो रही है ऐसे में ट्रैफिक एसपी इन पुल की जानकारी जुटा रहे हैं चेतावनी बोर्ड के अलावा इस बार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी इसके अलावा जिले में भी छोटे  पुल हैं जहां बारिश में पानी ओवरफ्लो होता है  पिछले वर्ष की बारिश में पुल तक पानी पहुंच गया था बारिश में कई बार भेड़ाघाट टापू बन जाता है

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