खरीदी केंद्रों में खुले में पड़ा हजारों कुंतल गेहूं और चना हुआ तरबतर
अनलॉक एक में संक्रमण का खतरा और बड़ा
कोरोना ने आधा कर दिया मासूमों का पोषण
भोपाल (संतोष जैन) - प्रदेश में प्री मानसून बारिश का आगाज हो चुका है पर प्रशासनिक अनदेखी के कारण करोड़ों रुपए का खाद्यान्न खरीदी केंद्रों पर खुले में पड़ा है बुधवार गुरुवार को हुई बारिश से कई जिलों में हजारों कुंतल गेहूं चना भीग गया खरीदी केंद्रों पर किसानों से खरीदे गए गेहूं चने को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी उपाय नहीं किए गए इसके अलावा इन्हें तय समय पर भंडारण के लिए गोदामों तक पहुंचाया नहीं गया जानकारों के मुताबिक गेहूं चना की भीगने से इनके भंडारण में दिक्कत आएगी सीलन के कारण यह जल्द खराब हो जाएगा यही हाल कई जिलों में है कई जिले और गांव में पड़ा है खुले में गेहूं भीग रहा गेहूं की परवाह प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं
अनलॉक एक में संक्रमण का खतरा और बड़ा
अनलॉक एक में सोशल डिस्टेंस टूटने के दुष्परिणाम दिखने लगे हैं प्रदेश में 3 दिन में करीब साढे 400 कोरो ना मरीज बढ़ गए सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ अधिकारियों की बैठक में यह इनपुट आया है कि हालात ऐसे ही रहे तो भोपाल में प्रतिदिन 100 case आने लगेंगे अब सरकार ने तय किया है कि को रोना के लिए निर्धारित एसपी नहीं मानने वालों पर सख्ती कर जुर्माना वसूला जाएगा 194 नए को रोना संक्रमित मरीज 8 की मौत लाक डाउन में दायित्वों के बाद से प्रदेश में कोरो ना संक्रमित का आकार बढ़ रहा है गुरुवार को प्रदेश में 194 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले जबकि आठ की मौत हुई
को रोना ने आधा कर दिया मासूमों का पोषण
लॉक डाउन का बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण पर बुरा असर पड़ा है गैर सरकारी संस्था विकास संवाद में छह जिलों में 45 दिन तक पोषाहार का अध्ययन कर एक रिपोर्ट जारी की इसमें बताया है कि लॉक डाउन के दौरान बच्चों को जरूरत का आधा पोषण ही मिला जबकि गर्भवती और स्तनपान वाली महिलाओं को आधे से भी कम ओषण प्राप्त हुआ बच्चों में रोजाना की आवश्यकता के हिसाब से 693 कैलोरी यानी 513 पोषण की कमी दर्ज की गई
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