देश की सेवा करना था सपना, डीएसपी बनकर पिता का सपना किया पुरा
2019 में ट्रेनिंग खत्म कर सागोर थाने पर पदस्थ है प्रषिक्षु अंकिता सुल्या, वरिष्ठ अधिकारियों ने की सराहना
पीथमपुर - जानलेवा संक्रामक वायस कोरोना के खिलाफ पूरी दुनिया में जंग छिडी हुई है। आपात काल जैसे हालात हैं। लॉकडाउन की वजह से लोगों का घरो से निकलना मना है। लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें और कोरोना वायरस से बचे रहें इसके लिए पुलिस ने मैदान में मोर्चा संभाला है। पुलिस अधिकारी-कर्मचारी अपने घरों से दूर रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे हैं, ताकि लोग सुरक्षित रहें। हम बात कर रहे डीएसपी से पूर्व सागोर थाने पर टेªनिंग पर आई अंकिता सुल्या की। लाॅकडाउन में कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रही डीएसपी अंकिता सुल्या ने सागोर पुलिस में टेªनिंग रहकर डेढ माह में पंाच वारदातो का खुलासे कर दिए। जिसमें हत्या, डकैती और दुष्कर्म के बड़े मामले शामिल थे। अंकिता ने पदभार संभालते ही सबसे पहले उन फाईलो को खोला, जिसका खुलासा पुलिस नही कर पा रही थी।
सुश्री अंकिता सुल्या ने सबसे पहले अक्टोबर माह में हुए गार्ड की हत्या के मामले का खुलासा कर सभी को चैका दिया। इस मामले में पुलिस पांच महीने आरोपियों तक पहुंचने की नाकाम कोषिष करती रही। लेंकिन उसी मामले को सुश्री सुल्या ने महज 15 दिन में सुलझाकर अपने इरादे साफ जाहिर कर दिए। अंकिता सुल्या ने दिल्ली युनिर्वसिटी से लाॅ की पड़ाई के साथ सिविल सेवा की तैयारी की थी, दिसम्बर 2019 में मध्यप्रदेष पुलिस एकेडमी से टेªनिंग कम्प्लीट कर दिसम्बर ये पुलिस फिल्ड पर काम कर रही है। उनको टेªनिंग के लिए सागोर थाने पर पदस्थ किया गया। सागोर थाने पर पदस्थ होने पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी थी नगर में क्राईम को रोकना। जिसमें वो कामयाब भी रही। उन्होने आते ही पांच पुराना केस को हल कर सभी को चैका दिया।
अंकिता जैसे अधिकारियों के लिए उनकी ड्यूटी व्यक्तिगत तकलीफों कहीं आगे बढकर प्राथमिकताओं में होती है। यहा अंकिता अपने जज्बे से साबित भी कर रही हैं। खास कर ऐसे समय में जब एक बडी आबादी पर गंभीर बीमारी का खतरा मंडरा रहा है, वे लगातार ड्यूटी कर रही हैं। अंकिता अकेले ही बाहर में देर रात गस्त में निकल पड़ती है। चैक-चैराहों पर लोगों को समझाती कि घर से बाहर नहीं निकलना है। मास्क जरूर पहना है। लोगों को सुरक्षित करने वे खुद तकलीफ उठा रही है, ताकि लोग कोरोना वायरस से संक्रमित न हो। आप सुरक्षित रहे, इसलिए वे सड़क पर है।
बता दें कि अंकिता सुल्या बचपन से ही देश भक्ति पर भरोसा करती थी। दरअसल पिता भी देशभक्ति को लेकर बेटी को प्रेरित करते रहे हैं। नतीजा यह रहा कि वे एमपीएससी की तैयारी करती रही वर्ष 2014 में एमपीएससी क्वालिफाइड किया और 2019 में डीएसपी पद पर ज्वाइन किया। फिलहाल वह सागोर में प्रशिक्षु डीएसपी पद पर काम कर रही हैं। अंकिता सुल्या ने बताया कि वारदातो का खुलासा करना भी चुनौती रहती है। मुझे सागोर थाने पर भेजा गया तो मेरा एक मकसद था कि किसी भी हालात को कोई वारदात ना हो, और जो हुए उनका खुलासा करना। मंजिल मुष्किल थी, लेकिन इरादे बुलंद थे। इसलिए हमने टीम के साथ बड़ी वारदातो का खुलासा कर सागोर के लोगो को राहत की सांस दिलाई।
अंकिता सुल्या के उन केसो की और नजर दोड़ाते है, जो उन्होने महज डेढ माह में पुरे किए है।
केस 1- गार्ड की हत्या का खुलासा
सबसे पहले डीएसपी टेªनिंग पर आई अंकिता सुल्या ने 2019 में अक्टोबर माह में हुए गार्ड की हत्या का खुलासा कर सभी को चैका दिया। करीब पंाच महीने में पुलिस ने लगातार आरोपियों तक पहुंचने की कोषिष में लगी रही, लेकिन सभी कोषिषे नाकाम साबित हो रही थी। इस केस की गुत्थी सुलझाने की जिम्मेदारी अंकिता सुल्या को मिली । उन्होने महज हफ्तेभर में आरोपियों को पकड़ सलाखो के पीछे पहुंचा दिया। इस केस में आरोपी बाप-बेटे सहित पांच लोग आरोंपी थे। दोनो ने मिलकर गार्ड की हत्या कर दी थी।
केस-2 डकैती और दुष्कर्म का खुलासा
डीएसपी अंकिता सुल्या ने एकेवीएन रोड़ के पास राजरतन ग्रीन प्रोडक्ट में हुए डकैती और दुष्कर्म के बडे़ मामले का खुलासा किया। उन्होंनें उपनिरिक्षक प्रतिक शर्मा और पुलिस अधिकारी श्वेता प्रजापति के साथ मिलकर इस वारदात का खुलासा किया। इसमें एक बड़ी गैंग ने डकैती और एक अन्य युवक ने चैकीदार की पत्नी के साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद पुलिस महकमे पर सवाल उठना शुरू हो गए थे, लेकिन डीएसपी अंकिता सुल्या ने इस मामले को भी महज 15 दिन के अंदर सुलझा दिया।
केस -3 सुनार के साथ हुई लूट का पर्दाफाष
मकर सक्रांति पर सोनार के साथ हुई लूट का भी सागोर पुलिस ने डीएसपी अंकिता सुल्या के नेतत्व में खुलासा किया। इसके अलावा गोवंश से भरे ट्रक को भी डीएसपी अंकिता ने देर रात दबिश देकर पकड़ा था। डीएसपी अंकिता सुल्या के नेतत्व मे करीब डेढ माह में करीब पांच बड़े मामले का पर्दाफाश किया हैं
इनका कहना है।
पुलिस आम लोगो के लिए हमेशा तत्पर है। बदमाश कितने भी चालाक हो पुलिस से नही बच सकते। सागोर पुलिस ने जो खुलासे किए वे सराहनीय है।
आदित्य प्रताप सिंह एसपी धार
कोरोना के बीच सागोर पुलिस का कार्य सराहनीय है। सागोर में युवा पुलिस टीम ने बड़े खुलासे किए है। डीएसपी अंकिता सुल्या की वारदातों के खुलासे करने में अहम भूमिका रही है।
हरीश मोटवानी सीएसपी
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