कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगने वाले लॉक डाउन से बस चालक परिचालक आर्थिक रूप से परेशान, आर्थिक सहायता की रखी मांग | Corona virus sankraman ke karan lagne wale lock down se bus chalak

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगने वाले लॉक डाउन से बस चालक परिचालक आर्थिक रूप से परेशान, आर्थिक सहायता की रखी मांग

पेटलावद एसडीएम खराड़ी जी को  वेतन या आर्थिक सहायता हेतु दिया ज्ञापन

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगने वाले लॉक डाउन से बस चालक परिचालक आर्थिक रूप से परेशान, आर्थिक सहायता की रखी मांग

पेटलावद (संदीप बरबेटा):- कोरोना वायरस संक्रमण के कारण संपूर्ण भारत में जनता कर्फ्यू 22 मार्च के  दिन से ही संपूर्ण  लॉक डाउन लग गया था, भारत सरकार तथा राज्य सरकारों ने  लॉकडाउन में  नगरीय तथा शहरी क्षेत्रों में नियमानुसार  तथा निर्देशानुसार  व्यापार, सेवाओं तथा कार्यों में  छूट दे दी गई है  परंतु  25 जून तक  भी  आवागमन हेतु निजी बसों को  कोई भी छूट  नहीं दी गई है,

इस कारण से  निजी बसों पर कार्यरत चालक-परिचालक एवं हेल्परों  द्वारा आर्थिक तथा मानसिक रूप से परेशान होकर लॉकडाउन अवधि का वेतन या शासन द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने को लेकर आज मध्यप्रदेश चालक-परिचालक कल्याण संघ के द्वारा पेटलावद एसडीएम खराड़ी जी को ज्ञापन सौंपा गया।
 मध्यप्रदेश चालक परिचालक कल्याण संघ ईकाई पेटलावद के द्वारा आज पेटलावद एसडीएम को कलेक्टर एवं जिला परिवहन अधिकारी के नाम एक ज्ञापन सोपते हुए मांग की गई कि, लॉकडाउन अवधि में निजी बसों पर कार्यरत चालक परिचालक एवं हेल्पर को वेतन दिया जाए या फिर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
 आर्थिक सहायता की मांग इसलिए आवश्यक है क्योंकि लॉकडाउन के बीच बसों के बंद होने के बाद से ही उन पर आर्थिक तंगी की समस्या बनी हुई है साथ ही बेरोजगार होकर अब तक घरों में ही बैठे हैं जिस कारण से निजी बसों के कार्य परिचालक तथा चालक गण आर्थिक तथा मानसिक रूप से परेशान है ऐसे में उनके परिवार का पालन पोषण करना काफी मुश्किल हो गया है, जिसको देखते हुए उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की है कि, उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन भोपाल के द्वारा लॉकडाउन अवधि में वेतन देने का आग्रह निजी संस्थाओं/मालिकों से किया था किंतु अब तक उनकी समस्याओं का कोई निराकरण नहीं हुआ है जिससे वह काफी परेशान है।

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