बैंक प्रबंधक तथा एजेंट का मायाजाल, जरूरतमंद लोग फस रहे हैं इस मायाजाल में
रतलाम शहर के कुछ बैंको में किया जा रहा अनुचित कृत्य
एजेंट के माध्यम से हो रहा आवास योजना तथा अन्य योजना ऋण का कार्य
रतलाम (यूसुफ अली बोहरा) - वर्तमान समय में हर व्यक्ति की पहली जरूरत होती है स्वयं का घर, कोई व्यक्ति किसी दूसरे के मकान में किराए मकान में नहीं रहना चाहता, परंतु मजबूरी वश आम व्यक्ति को किराए के मकान में रहना पड़ता है भारत शासन द्वारा आम व्यक्ति के मकान की जरूरत हैतू आवास योजना बनाई गई है, इस योजना के अंतर्गत व्यक्ति, बैंक से आवास योजना तथा अन्य योजना के अंतर्गत ऋण ले सकता है।
परंतु रतलाम शहर की कुछ प्राइवेट बैंकों में आम व्यक्ति को अपनी जरूरत के अंतर्गत आवास योजना तथा अन्य योजना के अंतर्गत ऋण लेने पर ऊपर से रिश्वत देना पड़ती है, यदि कोई व्यक्ति के संपूर्ण कागज पूर्ण होने पर भी ऋण का आवेदन करता है तो उसे बहुत समय तक टलाया जाता है या फिर दौड़ाया जाता है, यदि जरूरतमंद व्यक्ति आवास योजना के अंतर्गत लोन लेना होता है तो बैंक मैनेजर एजेंट के माध्यम से लोन के अंतर्गत कितना खर्चा तथा रिश्वत देना फिक्स करता है, उसके बाद ही उक्त जरूरतमंद व्यक्ति का आवास योजना के अंतर्गत या अन्य योजना के अंतर्गत ऋण पास होता है वह कौन-कौन सी बैंक हैं, तथा कौन-कौन सी बैंकों के प्रबंधक तथा कर्मचारी इस प्रकार का अनुचित कार्य करते हैं वह आजतक 24की टीम द्वारा बहुत जल्द उन लोगों का पर्दाफाश किया जाएगा ।
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