आगासोद दोहरा हत्याकांड पिता बेटी की गला रेत कर हत्या हो गई और किसी ने चीख ना सुनी | Aagasod dohra hatyakand pita beti ki gala ret kar hatya ho gai
आगासोद दोहरा हत्याकांड पिता बेटी की गला रेत कर हत्या हो गई और किसी ने चीख ना सुनी
हाईकोर्ट के आदेश का किया पालन अधिकारी को बनाया अपर संचालक
जबलपुर (संतोष जैन) - आगासोद गांव निवासी सुशील और उसकी 4 वर्षीय बेटी संजना की बेरहमी से हुई हत्या में कई सुराग पुलिस को मिले हैं सुशील ने आखिरी कॉल गांव के सरपंच समेत सिंह को किया था बतौर सरपंच सुशील ने पहली बार कॉल किया था तब वह रिश्तेदारी से लौट रहा था रात 10:00 बजे के लगभग इस काल में सुशील ने बहुत जरूरी बात बताने की चर्चा की थी पुलिस ने सुशील का मोबाइल जप्त कर जांच में लिया है पुलिस ने कमरे से ब्लेड भी जप्त किया है आश्चर्य की बात है कि इतनी बेरहमी से पिता-पुत्र की हत्या कर दी गई और किसी को शोर तक नहीं सुनाई पड़ा बड़े भाई विष्णु का घर 20 फीट दूर और मजेले भाई शंकर का घर 10 फीट की दूरी पर है एक साथ हुआ अंतिम संस्कार पिता पुत्री का पीएम के बाद एक साथ शाम 5:00 बजे गांव के पास श्मशान घाट में बड़े भाई विष्णु ने अंतिम संस्कार किया पत्नी सावित्री का रो रो कर बुरा हाल था शंकर की पत्नी की भी असामान्य मौत 50 मीटर तक आया डॉग स्कोर्ड दो बच्चों के साथ ननंद के यहां गई थी पत्नी मारो ताल टीआई अनिल गुप्ता ने बताया कि मंगलवार सुबह आगासोद गांव के कोटवार नत्थू लाल दहिया ने दोहरे हत्याकांड की सूचना दी गांव के प्राथमिक विद्यालय के पास सुशील गौड़ का घर है तीन भाइयों में सबसे छोटे अनमोल वचन की बेटी की शादी में बीते बुधवार को गई थी घर में सुशील व उसकी बेटी संजना थी रात 10:00 बजे के लगभग खाना खाकर सोने चला गया था पुलिस को दिए बयान में छोटे भाई शंकर ने बताया कि 1:00 बजे के लगभग बाथरूम के लिए उठा तू सुशील के कमरे का दरवाजा खुला था वह पास में गया तो कमरे में खून फैला था शोर मचाते हुए बड़े भाई विष्णु को खबर दी सुशील और उसकी बेटी संजना का गला रेता हुआ था गांव में टॉफी बिस्कुट बेचने वाले सुशील की किसी से रंजिश नहीं थी बड़े भाई की कोई संतान नहीं है सुशील के बेटे बेटियों को रखता था
आगासोद गांव में हुए दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए मारो ताल टीआई और क्राइम ब्रांच की दो टीमें लगाई गई हैं हत्याकांड में किसी करीबी और गांव वाले के ही शामिल होने का अंदेशा है पुलिस जांच कर रही है
सिद्धार्थ बहुगुणा
एसपी जबलपुर
हाईकोर्ट के आदेश का किया पालन अधिकारी को बनाया अपर संचालक
हाई कोर्ट को राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि हाईकोर्ट के पूर्व आदेश के पालन में जांचकर्ता संयुक्त संचालक को अपर संचालक के पद पर पदोन्नत कर दिया गया है लिहाजा अवमानना याचिका निरस्त की जाए जस्टिस सुबोध भयंकर की सिंगल बेंच ने जवाब में संतुष्ट होकर सरकार के खिलाफ अवमानना याचिका का निराकरण कर दिया भोपाल निवासी शिक्षा विभाग के अधिकारी धीरेंद्र चतुर्वेदी ने याचिका दायर कर कहा था कि अतिरिक्त संचालक के पद पर पदोन्नत करने के लिए दिया गया उनका आवेदन 2017 में खारिज कर दिया गया अधिवक्ता आकाश चौधरी ने तर्क दिया कि इसके खिलाफ याचिका पर हाईकोर्ट ने 16 अप्रैल 2019 को आदेश दिए कि 3 दिन के अंदर चतुर्वेदी को प्रमोशन दिया जाए लेकिन इस आदेश का पालन नहीं हुआ तो अवमानना याचिका लगाई गई
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