14 खदानों से रेत निकासी के लिए मिली पर्यावरण एनओसी
कोरोना से जंग में अपग्रेड हुई मेडिकल की सुविधाएं नई मशीनों से इलाज हुआ आसान
सन्नाटे का फायदा उठा रहे रेत माफिया नर्मदा नदी से धड़ल्ले से निकाल रहे रेत
जबलपुर (संतोष जैन) - शासन और रेत ठेकेदार के बीच अनुबंध होने के बाद जिले में नर्मदा हिरण और गौर नदी की खदानों से रेत का उत्खनन शुरू होगा शुरुआत में 14 खदानों से रेत की निकासी होगी इसके लिए पर्यावरण से एनओसी मिल गई है मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी मिलने के बाद रेत की निकासी की जाएगी जानकारी के अनुसार सोमवार को एनओसी मिल सकती है जानकारी के अनुसार जिन खदानों से रेत की निकासी होनी है उनमें से आठ का संचालन ग्राम पंचायतों के माध्यम से होता है शेष 6 खदानें मध्यप्रदेश राज्य खनिज निगम की है जिले में 47 रेत खदान जिले में देश की 47 खदानें हैं
कोरो ना से जंग में अपग्रेड हुई मेडिकल की सुविधाएं नई मशीनों से इलाज हुआ आसान
को रोना से लड़ाई में अहम रोल निभा रहे नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की मशीनरी अपग्रेड हो गई है नई मशीनों सहित अन्य संसाधनों में विस्तार से स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हुआ है 12 दिन में वायरोलॉजी लैब की स्थापना के रिकॉर्ड के बाद को रोना की जांच की रफ्तार बढ़ाने की कार्ययोजना पर काम तेजी से चल रहा है दो-तीन दिन में एक और अत्याधुनिक मशीन स्थापित होने वाली है इसके अलावा कई नए उपकरण कॉलेज में 2 माह के अंदर स्थापित हुए हैं को रोना मरीजों को फायदा हुआ
सन्नाटे का फायदा उठा रहे रेत माफिया नर्मदा नदी से धड़ल्ले से निकाल रहे रेत
गौरी घाट में रात होते ही अंधेरे में नर्मदा से रेत का उत्खनन किया जा रहा है उत्खनन नदी के किनारों पर उपले पानी में हो रहा है जबकि डुबकी मार कर रेत निकाली जा रही है कि ट्राली में भरी जाने वाली इस रेत को रातों-रात ट्रैक्टर ट्राली ओं से ढोया जा रहा है lockdown के समय सुने पन का फायदा उठाकर माफिया कमाई में जुटे हैं वहीं पुलिस माइनिंग विभाग अनजान है जिम्मेदारों से बातचीत में यह सामने आया कि इस पर नजर रखी जा रही है जानकारी लगते ही छापा मारा जाएगा
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