सेहत को बिगाड़ रहे फल प्राकृतिक तरीकों को छोड़कर केमिकल युक्त फलों की बाजार में भरमार
धामनोद (मुकेश सोडानी) - अगर आप सोचते हैं कि फल खाकर सेहत बना रहे हैं तो सचेत हो जाएं। बाजार में बिकने वाले फल सेहत बिगाड़ रहे हैं और खाने वाले गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। दरअसल, आम और केला आदि फलों को कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जा रहा है, यह केमिकल फलों को खतरनाक बना रहा है।
कैल्शियम कार्बाइड क्यों इस्तेमाल कर रहे व्यापारी घरों में ही बना लिए मिनी रूम रेफ्रिजरेटर
कच्चा फल ज्यादा दिनों तक रखा जा सकता है। ऐसे में बाग से कच्चे केले और आम तोड़ लिये जाते हैं। फिर ये थोक बाजार में पहुंचाए जाते हैं, इसके बाद फुटकर व्यापारी इन्हें खरीदकर ले जाते हैं। आधे कच्चे इन फलों को विक्रेता कैल्शियम कार्बाइड लगाकर पकाते हैं। बिक्री के अनुरूप आम को कार्बाइड से 30 से 40 घंटे में पका दिया जाता है। आम की आपूर्ति डिमांड के अनुरूप रहती है। शहर में दर्जनों गोदामों पर यह काम होता है, वहीं कार्बाइड से आम पकाने का खेल चल रहा है। खास बात तो यह है कि कार्बाइड प्रतिबंधित होने के बावजूद परचून की दुकानों पर मिल जाता है शहर में तो कुछ व्यापारियों के गोदामों पर यह स्थिति है कि उन्होंने घर में ही रेफ्रिजरेटर रूम बना कर रखे हैं वहां ऐसी और अन्य मिनी ठंडाई देने वाले यंत्रों से इन सब को सुरक्षित भी रखा जा रहा है ऊपर से दिखने वाला नरम और मुलायमदार यह फल वास्तविकता में विश्वास है और गुणवत्ता हीन भी इस विषय में जांचकर्ता अधिकारी अभी तक इनके गोदामो तक नहीं पहुंचे यही बड़े फल विक्रेता क्षेत्र में सभी दूर दोपहिया चार पहिया वाहनों से फल भेज कर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं
नुकसान दायक है कैल्श्यिम कार्बाइड
रसायन विज्ञान के एक शिक्षक के बातयेअनुसार कैल्शियम कार्बाइड बेहद नुकसानदायक होता है। यह जैसे ही पानी के संपर्क में आएगा, वैसे ही चूने में बदल जाता है जिससे कार्बन डाई आक्साइड गैस व अन्य गैसें उत्सर्जित होती हैं जो मनुष्य के लिए नुकसानदायक होती हैं। साथ ही कार्बोनिक एसिड का भी उत्सर्जन होता है। कार्बाइड से पका आम को बिना छीले खाने पर शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
ये हैं नुकसान इस तरह कर सकते पहचान
बताते हैं कि कार्बाइड से आम का फल चित्तीदार हो जाता है। ऊपरी सतह भी सिकुडऩ दर्शाती है, जो स्वाद प्राकृतिक आम में होता है वह नहीं होता। इसकी पहचान ऐसे कर सकते हैं।
फल पकाने का बेहतर तरीका
कच्चे आम को कागज में लपेटकर रखें, जो एक सप्ताह में खुद ब खुद पक जाएंगे। स्वाद भी मिलेगा और स्वास्थ्य भी प्रभावित नहीं होगा।
चिकित्सकों की राय भी जानें
कैल्शियम कार्बाइड से पकाए गए आम या फल को अच्छी तरह धोने के बाद ही खाएं। बिना धोए खाने से विषैले तत्व का धीमा असर हो सकता है। कृत्रिम ढंग से पके आम में मिठास तो हो सकती है लेकिन प्राकृतिक स्वाद का अभाव रहेगा। कैल्शियम कार्बाइड से पकाने की प्रक्रिया में एसिटलीन गैस बनती है, जो लिवर पर धीरे-धीरे असर डालती है।
इनका कहना है
यदि इस तरह से वहां पर हो रहा है तो जल्द जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी
सचिन लोंगरिया
अधिकारी खाद्य एवं औषधि विभाग धार
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