पानी के पर्याप्त स्त्रोत होने पर भी पंचायत पानी वितरण मे असफ़ल
बरमंडल (नीरज मारू) - गांव में व्याप्त पेयजल समस्या ग्रामीणों के लिए नासूर बनती जा रही है। ग्रामीणों को 8-10 दिनों में भी पानी नही मिल पा रहा है जबकि पानी के नाम पर पंचायत द्वारा लाखों रूपये खर्च करने के बाद भी नतीजा कुछ भी नहीं निकल पा रहा है स्थिति यह है कि पेयजल समस्या की इस मारामारी में सामाजिक दूरी बनाए रखना तक मुश्किल हो रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि कालिकराई से मिलने वाले फिल्टर पानी की पाईप लाईन से लोगों ने कनेक्शन ले रखें है कई बार पंचायत व अधिकारियों को अवगत भी कराया गया फिर भी कोई ध्यान देने को तैयार नही है ग्रामीण अपनी प्यास बुझाने के लिए नीजी टयुबवेल पर घंटों लाईन में लगकर दुर-दुर से पानी लाने को मजबुर होना पड रहा है लोगों को निजी बोरवेल का सहारा लेना पड़ रहा है। महंगे दामों पर टैंकर डलवाकर घरेलू काम चलाना पड़ रहा हैं। बोरिंग एवं टेंकरों पर पानी के लिए लोगों की भीड़ इस कदर उमड़ रही है कि कोरोना वायरस को लेकर की जा रही सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है। कई बार अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
Tags
dhar-nimad