मदिरालय खुल सकते हैं तो देवालय क्यों नहीं, मध्यप्रदेश के मठ–मंदिरों को खोलने की मांग | Madiralay khul sakte hai to devalay kyu nhi

मदिरालय खुल सकते हैं तो देवालय क्यों नहीं, मध्यप्रदेश के मठ–मंदिरों को खोलने की मांग

मदिरालय खुल सकते हैं तो देवालय क्यों नहीं, मध्यप्रदेश के मठ–मंदिरों को खोलने की मांग

पीथमपुर (प्रदीप द्विवेदी) - 29 मई शुक्रवार को बैरागी समाज  संप्रदाय मध्य प्रदेश के प्रदेशअध्यक्ष महेश बैरागी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग  कि लाकडाउन के चलते प्रदेश के मठ–मंदिर बंद है, वहां पूजन कार्य भी बंद है, पुजारी द्वारा अभी तक शासन के नियमों का पालन करते हुए लॉकडाउन की परिस्थिती में मंदिरों को बंद ही रखा गया है, कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेशिंग रखना जरूरी भी था । देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रजी मोदी ने भी समय–समय पर आकर देश की जनता का मनोबल बढ़ाते हुए कोरोना महामारी में धैर्य के साथ, वायरस से बचने के उपाय हेतु सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करने हेतु आग्रह किया । मानव जाति की रक्षा हेतु यह जरूरी भी, जिसका पालन समस्त भारतवासी ने किया । 

श्री बैरागी ने कहा अब स्थिति धीरे–धीरे सामान्य हो रही है, कई जिलों में बाजार खुलने भी लगे हैं, साथ ही शासन ने मदिरालय खोलने के अादेश दे दिये हैं, किन्तु हमारी वेदना यह है कि यदि मदिरालय खोलने के आदेश दिये जा सकते हैं तो फिर देवालय क्यों नहीं ? शासन को अविलम्ब देवालय खोलने के आदेश देना चाहिए, ताकि धर्म और आस्था पर कुठाराघात ना हो सके । देवालय खोलने से आमजनों में भी खुशी होगी । देवालय में पूजन करने वाले पुजारी अभी तक अपनी जीवन यापन हेतु संघर्षरत है, पूजन–पद्धति से होने वाली आय से ही जिन पुजारीयों का जीवनयापन चलता है, लॉकडान के चलते उन पर मुशिबतों का पहाड़ टूट पड़ा है । 
माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि प्रदेश के समस्त मठ–मंदिरों को खोलने का आदेश जारी कर आस्था को बनाए रखने तथा ईश्वरीय भक्ति, पूजन–पाठ से अपने परिवार का भरण–पोषण करने वाले पुजारीयों को पुनः खुशियों की सौगात  देने की मांग पत्र के माध्यम से की।

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