कालीबावड़ी से बड़वानी जा कर किया रक्तदान
बड़वानी में बी पोजिटिव ब्लड न मिलने से परिवार हो रहा था परेशान
कोरोना महामारी बीमारी के बीच कालीबावड़ी से बड़वानी 80 किलोमीटर दूर जा कर दिया डिलेवरी महिला पेसेंट को ब्लड
मनावर (पवन प्रजापत) - विधानसभा क्षेत्र के कालीबावड़ी में/कोरोनावायरस की इस भयंकर महामारी ,लॉक डाउन के दौरान 14 मई को मरीज भगवतीबाई उम्र 20 वर्ष पेशेंट को रक्त की जरूरत होने पर कालीबावड़ी के पत्रकार निक्की राठौड़ ने 80 किलोमीटर दूर बड़वानी शासकीय हॉस्पिटल बड़वानी में जा कर अपना ब्लड दिया बड़वानी में परिवार को 24 घंटे से ब्लड बैंक व बड़वानी में काफी प्रयास करने पर भी ब्लड नहीं मिला पीड़ित परिवार ने व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से माँ नर्मदा रक्तदान परिवार खलघाट के सदस्य गणेश राठौड़ से संपर्क किया। गणेश राठौड़ को जैसे ही जानकारी मिली उन्होंने तत्काल रक्तविर निक्की जी राठौड़ से फ़ोन पर चर्चा की ओर मानवता का परिचय देते हुए रक्तदान करने के लिए तैयार हो गए। वह कालीबावड़ी से 80 किलोमीटर दूर दोपहर 1 बजे गर्मी में ही बड़वानी के शासकीय ब्लड बैंक बड़वानी में पहुँच कर पीड़ित जरूरतमंद मरीज के लिए रक्तदान किया निक्की राठौड़ का यह अपने जीवन में अब तक तीसरी बार रक्तदान किया।
*निक्की राठौड़ ने कहा कि* रक्तदान महादान है। जब भी तीन माह पूर्ण हो जाए आप जहा पर भी रहो अपने आसपास की ब्लड बैंक में पहुँच कर रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान करना हमेशा से ही अच्छा माना गया है। इस दान से लोगो की जिंदगी बचती है, साथ ही स्वास्थ भी बिल्कुल ठीक रहता है।लेकिन आमतौर ओर लोगो के दिमाग मे यह गलत धारणा होती है की रक्तदान करने से कमजोरी आती है। आपको बता दे कि ऐसा कुछ भी नही होता है रक्तदान से शरीर को नुकसान नही बल्कि कई सारे फायदे भी होते है। ओर हा रक्तदान से न सिर्फ शरीर को लाभ होता है बल्कि मानसिक सन्तुष्टि भी मिलती है। हमारे इस कदम से किसी की जान बच पायी।हम सभी को मिलकर आगे आना हैं और रक्तदान के प्रति आमजन में व्याप्त गलत धारणाओं को उखाड़ फेंकना हैं।आप सभी भी जरूरतमंद मरीज के सहयोग के लिए आगे आये। रक्तदान करके देखो अच्छा लगता है। रक्तविर जितेंद्र राठौड़,राहुल राठौड़,गणेश राठौड़,विनीत राठौड़,सुनील राठौड़,अंश विजयवर्गीय,सचिन प्रजापत,रविन्द्र कुशवाह,हर्ष कुशवाह, डॉ राहुल कुशवाह,गोविंद सिसोदिया, प्रखर कर्मा,अशोक राठौड़ आदि ने रक्तविर भाई को बधाई दी।
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