झाबुआ जिले के राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने कलेक्टर प्रबल सिपाहा को एक ज्ञापन दिया है
झाबुआ (अली असगर बोहरा) - राज्य प्रशासनिक सेवा के परिविक्षाधीन अधिकारी व जावद जिला नीमच के एसडीएम दीपक चौहान को उज्जैन संभागायुक्त द्वारा कार्यों में लापरवाही के आरोप में निलंबित किये जाने के विरोध में पूरे राज्य के प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने अपना विरोध दर्ज कराया है। पूरे राज्य में सभी जिलों में कलेक्टरों को ज्ञापन दिये गये है।
इसी क्रम में झाबुआ जिले के राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने कलेक्टर प्रबल सिपाहा को एक ज्ञापन दिया है जिसमें कहा गया है कि दीपक चौहान अपने कर्तव्यों का लगन,मेहनत व ईमानदारी से निर्वहन कर रहे थे। कोरना जैसी महामारी के साथ अन्य कार्य जैसे गेहूं उपार्जन,श्रमिकों की व्यवस्था,कानून व्यवस्था आदि में पूरी तत्परता से जुड़े रहकर कार्यरत थे। ऐसे में चौहान को बगैर किसी जांच के एकपक्षीय रूप से निलंबित करने से राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है तथा इस कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हुए सभी सदस्य हतोत्साहित हो रहे हैं। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि अपनी जान की चिंता किए बिना पूर्ण निष्ठा से दिन-रात अपने कर्तव्य का निर्वहन करने वाले सभी राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का इस एकपक्षीय कार्रवाई से मनोबल टूट रहा है ।शासन के निर्देशानुसार श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों के आवागमन से सीमावर्ती जिलों के लिए यह कार्य चुनौतीपूर्ण रहा है।ऐसे में सभी विभाग मुख्यतः स्वास्थ्य,पुलिस एवं राजस्व विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं।तब अकेले अनुविभागीय अधिकारी की जिम्मेदारी मानकर बिना किसी जांच तथा बिना किसी गलती के एकपक्षीय कार्रवाई होने से अन्य राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हतोत्साहित हुए हैं। अतः दीपक चौहान की अल्पकालीन सेवा अ।वधि को दृष्टिगत रखते हुए उनका निलंबन आदेश शीघ्र निरस्त की मांग की गई है। मांग पूरी नहीं होने पर अधिकारियों द्वारा विरोध स्वरूप कुछ कदम उठाए जाने के संकेत दिए हैं।
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