गुजरात में फंसे मजदूरो के वापसी के मुद्दे को लेकर राजनीति सरगर्मियां गरमाई | Gujarat main fanse majduro ke vapasi ke mudde ko lekar rajniti

गुजरात में फंसे मजदूरो के वापसी के मुद्दे को लेकर राजनीति सरगर्मियां गरमाई

भाजपा और कांग्रेस दोनों श्रेय लेने में जुटे

गुजरात में फंसे मजदूरो के वापसी के मुद्दे को लेकर राजनीति सरगर्मियां गरमाई

अलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - देशभर में कोरोना महामारी के बीच जारी लॉक डाउन के चलते आदिवासी बाहुल्य अलीराजपुर एवं झाबुआ जिले के हजारों मजदूरों के गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित अन्य राज्यो में फस गए थे। इस मुद्दे को लेकर इन दिनों जिले की राजनीति सरगर्मियां भी तेज हो गई थी। फलस्वरूप भाजपा और कांग्रेस के नेता फसे हुवे मजदूरों को अपने-अपने प्रयासों से जिले में लाने को लेकर श्रेय लेने में जुट गए थे। हालाकि गत रात्रि शनिवार को मप्र-गुजरात बॉर्डर स्थित जिले के चांदपुर स्वास्थ्य चेक पोस्ट पर बसों के माध्यम से जिले के मजदूरों का आवागमन हुआ। जिनकी देर रात्रि तक जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अमले ने समस्त मजदूरों की स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य जांच कर उन्हें उनके निवास स्थान पर पहुचाने की प्रकिया की। 

गुजरात में फंसे मजदूरो के वापसी के मुद्दे को लेकर राजनीति सरगर्मियां गरमाई

*कांग्रेस विधायकों और जिलाध्यक्ष ने राज्यपाल के नाम दिया था ज्ञापन*

उल्लेखनीय है विगत 23 अप्रेल को जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेश पटेल के नेतृत्व में जोबट विधायक सुश्री कलावती भुरिया, अलीराजपुर विधायक मुकेश पटेल ने महामहिम राज्यपाल के नाम आए ज्ञापन कलेक्टर सुरभि गुप्ता को सौपकर आदिवासी बाहुल्य अलीराजपुर ओर झाबुआ जिले के हजारों मजदूर जो अन्य राज्यो में जारी लॉक डाउन के चलते वही फस गए थे, उन्हें सकुशल वापस लाने की मांग भी थी। इस दौरान उन्होंने बताया था कि अन्य राज्यो में मजदूर वहां पर बदहाल स्थिति में पड़े हुवे है, ना खाना ना मेडिकल मिल रहा है ना ही उनकी कोई सुनवाई हो रही है। मजदूरों के परिजनों ने जनप्रतिनिधियों को दूरभाष पर अपनी बदहाली की दास्तां बयां कर घर वापसी की गुहार लगाई थी। उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुवे विधायक मुकेश पटेल ओर विधायक कलावती भुरिया ने विगत एक सप्ताह पूर्व मप्र मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ओर गुजरात मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के नाम छात्रों और मजदूरों को लाने का मांग-पत्र भी लिखा था। साथ ही उन्होंने आदिवासी जिले के छात्रों और मजदूरों को लाने की बात का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया था। गौरतलब है कि झाबुआ में विधायक कांतिलाल भूरिया ने भी गुजरात सहित अन्य राज्यो में फसे छात्रों और मजदूरों को लाने का प्रमुखता से मुद्दा उठाकर कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन भी सोपा था। लॉक डाउन का उल्लंघन के मामले पर विधायक कांतिलाल भूरिया ओर जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.विक्रांत भुरिया पर जिला प्रशासन ने एफआईआर तक दर्ज की थी। इधर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल ने बताया कि आदिवासी जिले के प्रत्येक छात्रों और मजदूरों की जब तक वापसी नही हो जाती तब तक हम प्रदेश सरकार को जगाने का काम करते रहेंगे। लॉक डाउन में फंसे ग्रामीण छात्रों और मजदूरों के हित की लड़ाई हमारी जारी रहेगी। 

गुजरात में फंसे मजदूरो के वापसी के मुद्दे को लेकर राजनीति सरगर्मियां गरमाई

*भाजपा नेताओ ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रादेशिक नेताओ को अवगत कराया*

अन्य राज्यो में जिले के फसे छात्रों और मजदूरों को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष वकिलसिंह ठकराल, अलीराजपुर पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान, जोबट पूर्व विधायक माधोसिंह डॉवर ने मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित प्रादेशिक नेताओ ओर मंत्रियों को इस मामले में अवगत कराया था। इस मामले में भाजपा नेताओं ने जिले के छात्रों और मजदूरों के फसे होने की जानकारी देकर उन्हें उनके गृहग्राम तक बसो के माध्यम से लाने की मांग की थी।  वही भाजपा नेताओं ने क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर की भी मजदूरों की वापसी समस्याओं से  अवगत कराया था। गत रात्रि को गुजरात से मजदूरों के जिले में आने की खबर की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक चौहान ओर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष किशोर शाह अपने साथियों सहित चांदपुर चेक पोस्ट पर पहुंचे ओर उनकी आगवानी की। इस दौरान उन्होंने आने वाले मजदूरों से उनके हाल चाल भी जाने। भाजपा नेताओं ने मजदूरों की ग्रह वापसी पर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं का आभार व्यक्त किया है।

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