कोरोंना संकट के बीच गढ़वाल समाज के कुछ आम सदस्य सामाजिक अभावग्रस्तो को दे रहे मुफ़्त राशन
बालाघाट (देवेंद्र खरे) - कोरोना वाइरस से पैदा संकट के दौर में गढ़वाल समाज के कुछ आम लोग गढ़वाल समाज के परेशानहाल गढ़वाल परिवारों को मुफ़्त राशन एवं सब्ज़ियाँ मुहैया कर मदद कर रहे है । यह सभी सामाजिक बन्धु किसी समिति या किसी सामाजिक संगठन से बिना जुड़े हुए मानवता के आधार पर जो दुर्गम हालत में या फिर आर्थिक समस्या अथवा शारीरिक समस्या से पीड़ित परिवारों के लिए तत्पर रूप से मदद करने सामने आए है।
अब तक अखिल भारतीय स्तर पर अलग अलग क्षेत्रों में जैसे नेवरगाँव, वारासिवनी, लालबर्रा, बघोली, सिवनी भुरकुंडि, बैहर, महाराष्ट्र में नागपुर तथा अन्य स्थानो में लगभग 50 परिवार खोज कर राशन एवं अन्य खाद्य सामग्री मुहैया कराया गया है व यह मदद कार्य में अभी भी तत्पर है।
भारत सरकार ने जब से लॉकडाउन की घोषणा की है तब से सभी जगह में ग़रीबी एवं मध्यम वर्गीय परिवारो में खान पान की समस्या पैदा हो चुकी है तो इस समय गढ़वाल समाज के कुछ सदस्यों द्वारा चलाया जाने वाला अभियान एक पहल की ओर मदद का हाथ गढ़वाल समाज के जरूरतमंदो के साथ गढ़वाल समाज जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस अभियान की शुरुआत समाज हितैषी नागपुर निवासी राकेश सिलेकर द्वारा किया गया जिसमें मुख्य भूमिका में सचेंद्र सिलेकर ने कंधे से कंधा मिलाते हुए इस पहल को आगे बढ़ाया। निस्वार्थता भाव से किए जा रहे नेक कार्य में धनलाल ब्रम्हे, दिनेश गौतम, राकेश (पिंटू) नागेश्वर, किशोर अजीत, श्याम बनवाले, शिवलाल अजित ने भी इस पहल को मज़बूती दी एवं राशन सामग्री जरूरतमंदों के परिवारों तक पहुँचाने में भी मदद की है और निरन्तर कर रहे हैं।
कुछ लोग जहाँ इस संकट की घड़ी में एक दुसरे की सहायता के लिए मदद का हाथ बढ़ा रहे है, वहीँ कुछ लोग इसका श्रेय लेने के लिए लालायित एवम अतिआतुर हैं, मानो इस श्रेय में ही इनकी जीत छिपी है।
ऐसा ही मामला है जिसमें गढ़वाल समाज के कुछ लोग किसी और के कार्य को अपना बताकर श्रेय लेने की कोशिश कर रहे है।
कोरोना वायरस नामक वैश्विक महामारी दिनों दिन जड़ जमा रही है और लोगो को अपनी चपेट में ले रही है। इसे रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इसी बीच गरीब, मजदूर वर्ग, और जरूरतमंदों पर महामारी के साथ भूखे रहने की नौबत आ गई है। इन लोगो को अनाज वितरण करने का सराहनीय काम समाज के कुछ सामाजिक बन्धुओं द्वारा मदद का हाथ जरूरतमंदों के साथ गढ़वाल मदद कार्यकर्ता के रूप में किया जा रहा है, किंतु इन्ही के इस कार्य का श्रेय लेने की कोशिश समाज के तथापथित अन्य लोग कर रहे है जो निंदनीय है।
Tags
dhar-nimad