शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
भोपाल। शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात 9 बजे चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। कोरोना वायरस को देखते हुए राजभवन में सादे समारोह में शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान बहुत कम लोग वहां उपस्थित थे।
इससे पहले सोमवार दोपहर में गोपाल भार्गव ने नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद शाम को भाजपा की विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें गोपाल भार्गव ने शिवराज के नाम का प्रस्ताव रखा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उसका समर्थन किया। इसके बाद सभी विधायकों ने शिवराज के नाम पर मुहर लगाई और उन्हें अपना नया नेता चुन लिया। कोरोना का संक्रमण न फैले, इसलिए बैठक में कुछ ही विधायक मौजूद थे। बाकि विधायकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफे के बाद शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। शिवराज सिंह चौहान इससे पहले लगातार 13 साल तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2005 से 2018 तक तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मध्यप्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली हो। इससे पहले अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं।
बता दे कि मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवराज सिंह चौहान के सामने सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती उपचुनाव होगी। दो विधायकों के निधन और कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश में अगले छह महीने में 24 सीटों पार उपचुनाव होने हैं। निर्दलीय के साथ न देने पर भाजपा को कम से कम उपचुनाव में बहुमत के लिए 9 सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी।