शीतला सप्तमी पर माताजी के मंदिर में लगी दर्शनार्थियो की भीड़
पूजा-अर्चना कर ठण्डा भोजन ग्रहण किया
आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - रंगपंचमी होली पर्व के बाद सोमवार को नगर मे शीतला सप्तमी का त्यौहार उत्साह के साथ मनाया गया। नगर के समीप राक्सा मार्ग पर शीतला माताजी का वर्षो पुराना मंदिर स्थापित है। मंदिर पर अलसुबह से श्रद्धालुओ कि भारी भीड उमडी। मंदिर पर अलसुबह से लेकर देर शाम तक दर्शनार्थियो का तांता लगा रहा। पूजन के पश्चात् ही अन्न ग्रहण किया गया वह भी ठण्डा। ज्ञात रहे कि पूरे दिन घर में कोई भी वस्तु गरम नहीं बनाई जाती है। आज भी प्राचीन मान्यताओं का इस त्योहार पर पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके बाद घर आकर एक दिन पूर्व का बना हुआ भोजन दोनों समय ग्रहण किया। पर्व पर सभी रिश्तेदार एवं मिलने वाले एक दूसरे को अपने घर पर आमंत्रित कर नाश्ता करवाया। यह परम्परा वर्षो से चली आ रही है।
*अलसुबह से मन्दिर जाने का दौर हुआ प्रारंभ*
शीतला सप्तमी के पूजन के लिए माताजी के मंदिर जाने का क्रम सोमवार अलसुबह से प्रारंभ हो गया। विशेषकर महिलाएं पूजन के लिए निकल गई। सुबह के बाद से दोपहर दो बजे तक माताजी के मंदिर में पूजन हेतू श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। महिलाओ ने पूजन करने के पश्चात् माताजी को खाजे सहित अनेक पकवानो का भोग लगाया। इसके बाद उस प्रसादी को परिवार में वितरण किया। शीतला सप्तमी के दिन माताजी को जल चढ़ाने का विशेष महत्व है। प्रत्येक परिवार का हर सदस्यजन दर्शन हेतू मंदिर जाता है। वह माताजी को जल चढ़ाकर नमन् करता है। इस दिन छोटे बच्चो तक से भी जल चढ़वाया जाता है। पर्व को लेकर स्थानिय नगरपालिका परिषर ने श्रद्धालुओ हेतु पानी, बिजली एवं साफ-सफाई की उचित व्यवस्थाए की थी। सुरक्षा हेतु आवागमन मार्ग पर पुलिस दल-बल भी तेनात था। सामाजिक संस्थाओ ने भी पानी एवं शीतल पेय के स्टाल लगाकर श्रद्धालुओ को वितरंण किया। वही स्थानिय राठौड़ समाज ने शीतला सप्तमी का पर्व अपने विशेष अंदाज में मनाया।
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