मजदूरी न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक मार्ग किया जाम | Majduri na milne se jabalpur amarkantak marg kiya jaam

मजदूरी न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक मार्ग किया जाम

मजदूरी न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक मार्ग किया जाम

डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - आदिवासी  जिला डिंडौरी के करंजिया विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चंदना के पोषक ग्राम माधोपुर के मजदूरी ने मजदूरी न मिलने से नाराज होकर जबलपुर अमरकंटक मार्ग में चक्काजाम कर दिया। बुधवार की दोपहर स्थानीय लोग एकजुट होकर सड़क में आ गए। आरोप लगाया गया कि पंचायत के द्वारा कराए गए निर्माण कार्य की मजदूरी लंबे समय से भुगतान नहीं की जा रही है। आक्रोशित महिला, पुरुषों ने स्टेट हाइवे में आधे घंटे का जाम लगा दिया।

मजदूरी न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक मार्ग किया जाम

लग गया वाहनों का जमावड़ा

जबलपुर-अमरकंटक मार्ग पर जाम लगने के कारण मार्ग के दोनों ओर छोटे बडे वाहनों का जमावडा लग गया। जबलपुर और अमरकंटक से आने जाने वाले चार पहिया समेत दोपहिया वाहनों के पहिए थम गए। इस मार्ग पर आवागमन बंद होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पडा। हालांकि बाद में गाडासरई थाना के पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दी। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और इस मार्ग पर यातायात बहाल हो सका।

मजदूरी न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने जबलपुर-अमरकंटक मार्ग किया जाम

त्यौहार के पहले भुगतान की मांग

ग्रामीण मुन्नी बाई, कुंभा बाई, श्रीमती बाई, फूल बाई, गनसिया, अनीता बाई आदि ने बताया कि ग्राम पंचायत चंदना में सभी योजनाओं में सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक की लापरवाही के मजदूरों का भुगतान समय पर नहीं हो पाया, जबकि होली का त्यौहार नजदीक हैं। आक्रोशित मजदूरों ने बताया कि शांति धाम के समीप सार्वजनिक कूप निर्माण का कार्य चल रहा हैं। इसमें मजदूरी किए डेढ़ माह बीत चुके हैं, लेकिन अब तक मजदूरी नहीं मिली। पंचायत के जवाबदारों से जब ग्रामीण भुगतान की बात करते हैं तो ऑनलाइन भुगतान की प्रक्रिया की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया जाता हैं। इस दौरान ग्रामीण काफी आक्रोशित नजर आए। उनका कहना था कि होली त्यौहार के पहले मजदूरी का भुगतान किया जाए। जब पंचायत के सचिव सचिव गुल सिंह धुर्वे से इस विषय में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि मस्टररोल जारी कर भुगतान के लिए भेजा जा चुका है, लेकिन मजदूरों के खाते में राशि प्रदर्शित नहीं हो रही हैं, जिससे मजदूर आक्रोशित हैं।

Post a Comment

Previous Post Next Post