जनता कर्फ़्यू के दौरान जिला मुख्यालय सहित आसपास के अंचल भी पुर्ण रूप से रहे बंद | janta curfew ke douran jila mukhyalay sahit aspas ke anchal bhi purn roop se rhe band
जनता कर्फ़्यू के दौरान जिला मुख्यालय सहित आसपास के अंचल भी पुर्ण रूप से रहे बंद
शाम पांच बजते ही मंदिरो मे बजे शंख ओर थाली तो मस्जिद मे अजान भी हुई
आलीराजपुर (रफीक क़ुरैशी) - देश मे तेजी से पेर पसार रहे नोवेल कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं जिला प्रशासन के जनता कर्फ़्यू आह्वान पर रविवार को आदिवासी बाहुल्य जिला पूर्ण रूप से बंद रहा। बंद के दौरान कोरोना की महामारी के रोकथाम के लिए जनता कफर््यु का आव्हान का जिले में व्यापक जनसमर्थन देखने को मिला। फलस्वरूप जिला मुख्यालय सहित आसपास के शहर और ग्रामीण अंचल भी देर शाम तक मुकम्मल बंद रहे। जिले के जोबट, आजाद नगर, कट्ठीवाड़ा, सोण्डवा, छकतला, उदयगढ़, आम्बुआ, नानपुर, चांदपुर सहित अन्य ग्रामीण अंचल में पूरी तरह से बंद के समाचार मिले हे।
*प्रमुख मार्ग एवं चोराहे रहे सुनसान*
इस दौरान नगर के इतिहास में पहली बार ऐसा नजारा देखने को मिला कि पहली बार जनता ने कर्फ़्यू लगाकर क्षेत्र को सुनसान बना दिया है। जबकि अधिकांश देखने मे आता हैं कि राजनीतिक पार्टी किसी मुद्दे को लेकर बंद का आव्हान करती हैं। वह लोग सुबह-सुबह नगर बंद करवाने निकलते है, लेकिन जनता कर्फ्यू तो इतना व्यापक दिखाई दे रहा है कि यहां कोई भी व्यक्ति बंद कराने नही दिख रहा। रविवार सुबह 7 बजे बाद से ही नगर की सड़के पूरी तरह से थम सी गई थी। नगर के प्रतिष्ठान, मुख्य बाजार ओर चोराहे भी सुने-सुने नजर आए। यहां पर सब्जी से लेकर किराना सहित अन्य सभी दुकाने पूरी तरह से बंद नजर आई। जनता कफर््यु के दौरान आमजन भी अपने घरों में ही कैद रहे। नगर के सभी व्यापारियों और दुकानदारों ने स्वेच्छा से दुकान बंद कर समर्थन दिया। वहि कुछ लोग अपने घरो के ओटलो पर बेठकर मोबाईल एवं चर्चा कर टाईम पास करते हुए नजर आए। ऐसे लोगो को पुलिस ने अंदर रहने की समझाईश दी ओर उन्हे अंदर किया। नगर मे यात्री बसों का आवागमन ओर संचालन भी पुर्ण रुप से बंद रहा। जनता कर्फ़्यू चलते प्रशासनिक व पुलिस का अमला एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम सजग नजर आई।
*मंदिरो मे बजे शंख ओर थाली तो मस्जिद मे अजान भी हुई*
कोरोना वायरस को लेकर जनता कर्फ़्यू आह्वान पर नगर के सभी समाज के वर्गो ने स्वेच्छा से जनता कर्फ़्यू का पालन कर सहयोग किया। जिसके चलते नगर के समस्त मोहल्ले पुर्ण रुप से बंद रहे। शाम पांच बजते ही नागरिक अपने-अपने घरो से बाहर निकल आए ओर उन्होने वाघ यंत्र ओर थालिया बजाकर अभिवादन किया। नागरिक इस तरह अपने घरो से बाहर निकल रहे थे कि जेसे भारत ने वलर्ड कप फाईनल मेच जीत लिया हो। प्रशासन ओर प्रबुद्धजनो ने नागरिको को समझाईश दी कि वह रात 9 बजे तक अपने-अपने घरो पर ही रहे। रात 9 बजे के बाद वह नगर मे घुम सकते है। वही देर शाम को स्थानीय फतेह क्लब मैदान पर क्रिकेट मैच खेलने वालों की भारी भीड़ जमा हो गईं। सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा इनको भी यहां से घरों की ओर रवाना किया गया। वहि एक तरफ नगर के मंदिरो पर शंख बजाए गए तो दुसरी ओर मस्जिदो पर अजान भी हुई। इधर जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस को लेकर मुनादी करवाकर नगर मे 23 मार्च सोमवार को लगने वाला साप्ताहिक हाट बाजार निरस्त करवा दिया है। वेसे नो नगर आम दिनो की तरह खुला रहेंगा, मगर साप्ताहिक हाट नही भरेगा। साथ ही प्रशासन ने अंतरप्रातिय बसो के आवागमन ओर संचालन पर 31 मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया है।
*जिला प्रशासन ने आमजनता का माना आभार*
कोरोना वायरस के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 22 मार्च को सुबह सात से रात नौ बजे तक जनता कफ्र्यू का आह्वान किया गया था। उक्त आव्हान के तहत कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी सुरभि गुप्ता ने समस्त जिलेवासियों, आमजन से उक्त दिवस सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घरों में रहने तथा शांति और सौहार्द्र के साथ कोरोना वायरस को दूर भगाने के प्रयासों में सहयोग करने की अपील की थी। जनता कफ्र्यू के आह्वान को सफल बनाने को लेकर जिला प्रशासन ने आमजनता का आभार माना है।
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