कोरोना वायरस के मद्देनजर गम्भीर नही ग्राम पंचायत के जिम्मेदार | Corona virus ke maddenazar gambhir nhi gram panchayat

कोरोना वायरस के मद्देनजर गम्भीर नही ग्राम पंचायत के जिम्मेदार

साहब एक नजर इधर भी डालें

समनापुर ग्राम वासियों की गुहार साहब हमारे गांव में भी करवा दें साफ सफाई एवं दवा छिड़काव

कोरोना वायरस के मद्देनजर गम्भीर नही ग्राम पंचायत के जिम्मेदार

डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - पंचायत के जिम्मेदार अपने कर्तव्यों के प्रति कितना उदासीन हैं इसकी बानगी जिला डिंडौरी के जनपद मुख्यालय समनापुर में लगे गंदगी के अम्बार देखने को मिल सकती है जहां पूरे विश्व में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा है कई देशों में लासें ठंडी नहीं हो पा रही हैं वहीं पूरा भारत कोरोना को लेकर एलर्ट मूड में है .देश के प्रधानमंत्री जी आमजनमानस से साफ सफाई को लेकर सजग रहने व संक्रमण न फैले इसको लेकर देश की जनता से सावधानी बरतने व घरों से बाहर न निकलने की अपील कर रहे हैं सूबे की सरकार के द्वारा कोरोना के मद्देनजर ग्राम पंचायतों में संक्रमण को रोके जाने के लिहाज से साफ सफाई एवं आमजनमानस को मॉस्क व सेनेटाइजर के इस्तेमाल करने के सम्बंध में जागरूक करने के निर्देश दिये गए हैं। जिला प्रशासन  के निर्देशन में निरन्तर युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है उसके बावजूद भी जनपद मुख्यालय समनापुर में ग्राम पंचायत के जिम्मेदार कोरोना वायरस के मद्देनजर गम्भीर नही दिख रहे हैं यहां ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा मुख्यालय में रहने वाले लोगों को साफ- सफाई व मॉस्क और सेनेटाइजर के इस्तेमाल के लिये जागरूक करना तो दूर की बात है यहाँ कई-कई महीनो तक नाली, सब्जी मंडी  एवं रोड किनारे जमा कचरे के अम्बार की सफाई नहीं होती।

कोरोना वायरस के मद्देनजर गम्भीर नही ग्राम पंचायत के जिम्मेदार

*साल में दो बार होती है सफाई*

जनपद मुख्यालय समनापुर में सफाई के नाम पर केवल दिखावे लिए साल में दो बार यानी गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस पर सफाई के नाम पर औपचारिकता पूरी कर दी जाती है । ग्राम पंचायत के द्वारा कोरोना के मद्देनजर ग्राम पंचायत में साफ सफाई की तरफ ध्यान न देना भविष्य में एक गम्भीर संकट बन सकता है। बताते चलें की समनापुर ग्राम पंचायत में 20 वार्ड सम्मिलित हैं इन वार्डो में रहने वाले लोगों को वर्षो से सफाई के दीदार नही हुये लगता है कागजों में सफाई कराई जा रही है अगर बात दवाओं के छिड़काव की करी जाये तो यहां के लोगों के लिए एक सपना है। मुख्यालय में इकलौते सार्वजनिक मूत्रालय है उसकी स्थिति इतनी खराब है की लोग उसके नजदीक तक नहीं जा पाते यहाँ पूरे बजार का कचरा फेका जाता है वहीं सफाई न होने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है इसमें कहीं न कहीं सरपंच की भी जिम्मेदारी बनती है क्योंकि सरपंच की सत्यापन आख्या के बाद ही सफाई कर्मी तनख्वाह पाते हैं।मुख्यालय की अधिकांश जनता गंदगी के बीच निवास करती है यदि समय रहते दवा छिड़काव साफ सफाई की व्यवस्था की तरफ धयान नही दिया गया तो स्थिति काफी भयावाह हो सकती है। ग्राम पंचायत की लापरवाही के चलते मुख्यालय साफ सफाई की दृष्टि से उपेक्षा का शिकार है और यहां रहने वाले गरीब निरक्षर लोग मॉस्क, सेनेटाइजर से दूर हैं l

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