कोरोना से अनजान, सैकडों की संख्या में अन्य प्रदेशों से आ-जा रहे मजदूर | Corona se anjan sekdo ki sankhya main any pradesho se aa jaa rhe majdur
कोरोना से अनजान, सैकडों की संख्या में अन्य प्रदेशों से आ-जा रहे मजदूर
डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - कोरोना वायरस का जहां पूरे विश्व में भय व्याप्त है। वहीं जिले के ग्रामीण अंचलों में मजूदर वर्ग इससे अभी भी अनभिज्ञ है। कुछ काम की तलाश में त्योहार के बाद फिर से जिले से बाहर अन्य प्रदेशों की ओर पलायन करने लगे हैं। तो वहीं अन्य प्रदेशों से जहां पर कोरोना वायरस के संदिग्ध मिले हैं। वहां से वापस अपने गांव मजदूरों लोट रहे हैं। लेकिन इन मजदूरों का लौटने के बाद स्वास्थ्य परीक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे जिले में कोरोना वायरस को लेकर और भय बढ़ रहा है। लोग घबरा रहे हैं कि कहीं इनके माध्यम से जिले में कोरोना का संक्रमण न फैल जाए और जिसे रोकना संभव नहीं हो पाए।
बसों से भरकर आ रहे और जा रहे मजदूर
देखा जा रहा है कि होली का त्योहार समाप्त होते ही जिले के विभिन्न गांवों से मजदूर जनपद मुख्यालय समनापुर मुख्यालय पहुंचकर नागपुर, केरल, बाम्बे की ओर जा रहे हें। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर वृद्ध तक जा रहे हैं। इनसे जब कोरोना वायरस के बारे में पूछा गया तो इन्हें कुछ भी नहीं मालूम था। इसी तरह केरल सहित अन्य प्रदेशों में काम करने गए मजूदर वहां से वापस लौट रहे हैं। पिछले 7-8 दिनों में सैकड़ों मजदूर जिले से बाहर जा चुके हैं। वहीं बड़ी संख्या में मजदूर वापस भी आए हैं। लोगों का कहना था कि जो मजदूर वापस जा रहे हैं वे फिर कुछ दिनों में आएंगे। जो शायद कोरोना वायरस के वाहक बनकर न आ जाएं। इसके लिए समय पर ही जिला प्रशासन को समुचित कदम उठाना होगा।
गांव में नहीं किया जा रहा जागरूक
जगह जगह कोरोना वायरस से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन देखा जा रहा है गांव में गरीब, मजदूर वर्ग के लोगो को जागरूक नहीं किया गया है। तभी तो ये मजदूर बाहर जा रहे हैं और इन्हें कोई रोक नहीं रहा। केरल से लौटे समनापुर जनपद के उमरिया गांव के मजदूरों से जब मीडिया कर्मियों ने बात की तो उन्हें कोरोना के बारे में कुछ भी नहीं मालूम था। उनका कहना था कि साहब हमें केरल में कुछ नहीं बताया। केरल से वापस घर आए मजदूरों में से पाँच लोगों को बड़ी समझाईश के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टर नागेश मानिकपुरी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मजदूरों से स्वास्थ्य की जानकारी, नाम पता एवं फोन नंबर दर्ज कर घर की ओर रवाना कर दिया है। डाक्टर मानिकपुरी ने बताया की जिस गांव के ये मजदूर है उनके नजदीकी एएनएम को सूचित कर 15 दिवस तक स्वास्थ्य की निगरानी एवं पूछताछ करवायी जायेगी ।
स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की जाए
जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रमीण क्षेत्रों में बाहर से आने वाले मजदूरों को स्वास्थ्य परीक्षण नहीं किया जा रहा है। अब इस तरह के कई मजदूर जिले एवं जनपद में वापस आ रहे हैं जो सीधे अपने गांव की ओर जा रहे हैं। नागपुर, केरल तथा अन्य प्रदेशों से आने वाले मजदूरों को बस आपरेटर के माध्यम से निगाह में रखा जाए और इनका पहला स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। जिसके बाद उन्हें गांव जाने दिया। वरना जिले में आपदा आने से कोई नहीं रोक पाएगा।
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