वर्दी में वसूली करते पकड़ाया बर्खास्त पुलिस आरक्षक
डिंडौरी (पप्पू पड़वार) - जिला डिंडौरी के पुलिस थाना करंजिया ने शनिवार को एक बर्खास्त पुलिस आरक्षक को लोगों को धमकाकर वसूली करते पकड़ा है। पुलिस ने किरंगी गांव से आरोपित गुलजार सिंह मरावी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित गुलजार सिंह मरावी वर्ष 2017 में आरक्षक पद से बर्खास्त हो चुका है। बर्खास्त होने के बाद वह ग्रामीण अंचलों में घूमकर वर्दी का रौब दिखाते हुए लोगों को धमकाने के साथ वसूली भी करता था। अनूपपुर जिले के ग्राम करनपठार निवासी गुलजार सिंह 2014 में पुलिस में भर्ती हुआ था। मंडला में पदस्थ रहने के दौरान वह लंबे समय तक बिना सूचना के अनुपस्थित रहा। इस पर एसपी ने कार्रवाई करते हुए वर्ष 2017 में नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।
सिविल ड्रेस में पहुंची पुलिस ने पकड़ा
शनिवार की दोपहर गुलजार सिंह वर्दी पहने हुए ग्राम किरंगी में लोगों को धमका रहा था। जब सिविल ड्रेस में थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिस कर्मी पहुंचे तो पूछने पर उसने अपने आपको करंजिया थाना में पदस्थ होना बताया। बाद में उसने कोतवाली डिंडौरी में पदस्थ होना भी बताया। करंजिया टीआई ने कोतवाली प्रभारी से बात करके पुष्टि भी की तो पता चला कि वह कोतवाली में पदस्थ नहीं है। आरोपित लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरा खुलासा कर दिया।
लंबे समय से वसूली की मिल रही थी शिकायत
थाना प्रभारी करंजिया ने भी यह स्वीकारा कि कई बार उन्हें भी जानकारी मिली थी कि कोई आरक्षक वर्दी में लोगों को धमकाते हुए वसूली करता है। पुलिस ने आरोपित के विरुद्घ मामला दर्ज किया है।
बहुत दिनों से किसी पुलिसकर्मी द्वारा वर्दी में मनमानी वसूली करने के साथ धमकाने की सूचना मिल रही थी। सूचना मिलने पर शनिवार की दोपहर जाकर जब पूछताछ की तो पहले तो वह करंजिया के साथ कोतवाली में पदस्थ होने की बात बताई। सख्ती से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ। आरोपित वर्ष 2014 में भर्ती हुआ था, लेकिन लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर वर्ष 2017 में बर्खास्त कर दिया गया था। आरोपित को गिरफ्तार कर उसके विरुद्घ धारा 419 प्रतिरूपण द्वारा छल का मामला दर्ज किया गया l
- नरेंद्र पाल, थाना प्रभारी करंजिया।
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