तुम्हारे जैसे लोगों को रोजाना लूटता हु जाओ पुलिस कंप्लेंट कर दो कुछ नहीं होता है
![]() |
ऑनलाइन धोखाघड़ी के शिकार |
धामनोद (मुकेश सोडानी) - अपने खून पसीने से गाड़ी कमाई करना और अचानक उसका चले जाना हो तो हम सबके लिए एक दुखद समाचार ही होगा जी हां धामनोद नगर के लोगो के साथ इन दिनों एटीएम से लेकर ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले ठग सक्रिय है यह लोग कहां बैठकर कैसे धोखाधड़ी कर लेते हैं इसका पता आज तक न तो पुलिस लगा पाई ना ही साइबर क्राइम गौरतलब है कि नगर में कुछ दिनों पहले एटीएम बदलकर आमने सामने आकर धोखाधड़ी करने वालों को पुलिस आज तक नहीं ढूंढ पाई वही ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले तो कोसों दूर बैठकर लोगों की कमाई ऐठ रहे हैं लेकिन पुलिस प्रशासन और साइबर इन तक पहुंच नहीं रही या पहुंचने का प्रयत्न नहीं कर रही पूर्व में भी धामनोद नगर में नगर के व्यापारी महेश सोडानी के साथ 3 लाख की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई थी उसके बाद मामला भी पंजीबद्ध किया लेकिन आज तक पुलिस के हाथ वहां तक नहीं पहुंच पाए अब नगर के एक और व्यक्ति के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी की घटना हुई है धोखाधड़ी हुई जिसमें ना तो पासवर्ड दिया गया ना ही कुछ दस्तावेज उसके बाद भी खाते से 7500 रुपये निकाल लिए प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहित चौहान(भुरू) निवासी धामनोद के मोबाइल पर इस नबर 7699790472 से फोन आया जिसमें बताया गया कि आपका गूगल प्ले अकाउंट बंद हो रहा है उसे तत्काल रिचार्ज किए करें समझदारी से मोबाइल का धंधा करने वाले मोबाइल व्यवसायी ने ओटीपी और अन्य दस्तावेज बताने से देने से मना कर दिया जिस पर सामने से फोनने कहा नहीं मुझे कोई रास्ता भी नहीं चाहिए सिर्फ आप अपने ही मोबाइल पर डाउनलोड करके उसे एक्टिवेट कीजिए बातों में उलझा कर उसने मोबाइल में एक प्ले स्टोर पर गूगल प्ले डाउनलोड करवाया उसके बाद उसके कहे अनुसार खुद भुरू के मोबाइल पर अकाउंट नंबर डलवाये कुछ ही देर में 7500 की राशि खाते से चली गई नए-नए तरीके से लोग आजकल धोखाधड़ी कर रहे हैं लेकिन इन पर कार्रवाई कहीं से कहीं तक नहीं की जा रही जिससे अब इनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं
कहां बैठ कर धोखाधड़ी कर लेते हैं यह समझ से परे
यह ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले किस क्षेत्र में बैठते हैं और कहां से धोखाधड़ी करते हैं यह आम आदमी की समझ से परे है भोले-भाले लोग इनकी बातों में आकर इन्हें ओटीपी कोड और अन्य दस्तावेज देते हैं हालांकि चौहान के द्वारा किसी भी प्रकार का दस्तावेज नहीं दिया खुद के मोबाइल पर डाउनलोड करने के बाद भी धोखाधड़ी हो गयी जबकि वह खुद एक मोबाइल व्यवसाई है इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में बेहतर जानते हैं उसके बाद भी धोखाधड़ी का शिकार हो गए
आखिर साइबर की चुप्पी क्यों
धोखाधड़ी का शिकार लगातार लोग हो रहे हैं लेकिन साइबर की चुप्पी भी एक प्रशानत्त्मक चिन्ह है इस विषय में जिला मुख्यालय से भी किसी प्रकार की कार्रवाई की पहल आज तक नहीं की गई अब स्थिति यह है कि लोग मोबाइल से लेन-देन का प्रयोग बंद करने लगे जबकि यह आम जनता के लिए एक बेहतर सुविधा है बैंक के जवाबदार भी इस विषय में चुप रहते हैं जब उन्हें इस प्रकार से धोखाधड़ी और अन्य चीजों के बारे में बताया जाता है तो पूरी तरह से पल्ला झाड़ लेते हैं जिससे अब लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं और जवाबदार मौन है लोगों की गाड़ी खरे पसीने की कमाई गैर हाथों में पहुंच रही है जिससे जनता परेशान है लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता होती है
तुम्हारे जैसे लोगों को रोजाना लूटता हु कुछ नहीं होता है
धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति ने सारी जानकारियां कहीं से पहले से ही निकाल ली अकाउंट बंद हो जाएगा यह कह कर झूठे निर्देश देकर जाल में फसाया 7500 ट्रांसफर करवा लिए बाद पीड़ित भुरू की उससे बात भी उससे पूछा कि आप ऐसे करके कितने पैसे कमा लेते हैं तो वह बोलता है 2 से 3 लाख कमा लेता हूं रोजाना पीड़ित ने कहा कि मैं तुम्हारी थाने में कंप्लेंट करूंगा तुम्हारे अकाउंट की जानकारी निकाल लूंगा यह डिजिटल इंडिया है तुम पकडे जाओगे फिर धोखाधड़ी करने वाला बोला मैं तुम्हारे जैसे लोगों को रोजाना लूटता हूं कुछ नहीं कर पाओगे तुम मेरा